Guna News – Wrath of Hunters : गुना की घटना के बाद ग्वालियर IG अनिल शर्मा को हटाया, दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा

CM की उच्च स्तरीय आपात बैठक में सख्त कदम उठाने के निर्देश

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Wrath of Hunters : गुना की घटना के बाद ग्वालियर IG अनिल शर्मा को हटाया, दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा

Bhopal : गुना के आरोन के निकट काले हिरण के शिकारियों से मुठभेड़ में शहीद होने वाले तीनों पुलिसकर्मियों के परिजनों को सरकार ने एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर बुलाई उच्च स्तरीय बैठक में इस बात का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है, साथ ही उच्चस्तरीय बैठक बुलाई।

CM ने ग्वालियर के IG अनिल शर्मा को हटाए जाने की घोषणा की।

बताया जा रहा है कि IG अनिल शर्मा की ग्वालियर की एक घंटे पहले की लोकेशन ग्वालियर में ही थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने भी IG की कथित लापरवाही पर ट्वीट किया है।

 

घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने में विलंब करने पर मैंने ग्वालियर के आईजी को तत्काल हटाने का फैसला लिया है।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है।

घटना को लेकर सीएम शिवराज बेहद सख्त नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी। शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को मिलेगी 1-1 करोड़ की सहायता राशि। पुलिसकर्मियों के अंतिम संस्कार में प्रभारी मंत्री शामिल होंगे।

गुना में वारदात को लेकर मुख्यमंत्री की और से बुलाई गई इस आपात बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा गुना प्रशासन के बड़े अधिकारी भी इस बैठक में वर्चुअली शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने शिकारियों के हमले में जान गंवाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।

गुना के आरोन थाना क्षेत्र के जंगल में शिकारियों ने आरोन थाने के एसआई, हेड कांस्टेबल व आरक्षक समेत 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी।

गुना के एसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम पर शिकारियों ने अचानक से हमला किया, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। मृतकों के नाम सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम हैं।

गृह मंत्री का बयान

इस घटना पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस को कुछ अपराधियों के बारे में सूचना मिली थी और उन्होंने उन्हें घेर लिया। खुद को घिरा पाकर अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी।

ड्यूटी के दौरान एक एसआई सहित 3 पुलिसकर्मियों की जान चली गई। हम अपराधियों को जल्द ही पकड़ लेंगे और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एक मोर के शव के साथ हिरण के 5 सिर और 2 शव बरामद किए गए। ऐसा लगता है कि वे शिकारी थे।

गुप्त सूचना पर पुलिस गई

जानकारी के मुताबिक देर रात पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग काला हिरण का शिकार करने आए हैं।

इसके बाद पुलिस गुना के आरोन इलाके में शिकारियों पर दबिश देने पहुंची और, इसी दौरान शिकारी औऱ पुलिस आमने सामने आ गए।

शिकारियों ने पुलिस टीम पर ही हमला बोल दिया और अचानक फायर कर दिए। घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

दोषियों को छोड़ा न जाए, मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रात निवास पर आपात बैठक बुलाकर गुना जिले में कल मध्य रात्रि पुलिसकर्मियों और शिकारियों के मध्य हुई गोलीबारी की घटना और पुलिसकर्मियों की मृत्यु के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि पुलिस द्वारा तत्काल इस घटना के दोषी अपराधियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। घटना की विस्तृत जांच करवाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने घटना स्थल पर विलम्ब से पहुंचने पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर को दोषी मानते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित थे। पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना वर्चुअली शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में शहादत देने वाले तीनों पुलिस के साथी सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी।

इन्होंने कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने जीवन को न्यौछावर किया है।

उन्हें शहीद का दर्जा देकर एक-एक करोड़ की सम्मान निधि परिवार को दी जाएगी, साथ ही परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी जो शहीद हुए हैं उनका सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार हो जिसमें जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित हों। शहीद पुलिस कर्मियों की अंत्येष्टि में मंत्री गण भी शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पुलिस के मित्रों ने शिकारियों का मुकाबला करते हुए शहादत दी है। इस घटना में दोषी अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। अपराधियों की पहचान हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रकरण में सख्त कार्रवाई की जाए। यह कार्रवाई उदाहरण बनाना चाहिए।

बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव जनसंपर्क राघवेंद्र कुमार सिंह, एडीजी आदर्श कटियार, OSD मुख्यमंत्री कार्यालय योगेश चौधरी उपस्थित थे।