Haj Pilgrims Cheated : हज और उमरा के नाम पर ठगी, लाखों लेकर आरोपी जेल में बैठा
मुंबई पहुंचे तब पता चला कि उनके साथ ठगी हुई, वापस लौटे
Indore : सैकड़ों लोगों को हज के नाम पर ठगने का मामला सामने आया है। यह ठग इतना शातिर है कि शिकायत से पहले ही जेल में बंद हो गया। पुलिस अब उसके रिमांड की तैयारी कर रही है। चंदन नगर के 38 लोगों के अलावा भोपाल, रायसेन, सागर जिले में भी शिकायत हुई है। हज जाने के लिए धूमधाम से रवाना हुए यात्रियों को ठग के कारण मायूस होकर लौटना पड़ा। मामला चंदन नगर थाना क्षेत्र का है।
राजस्थान के छबड़ा के जहूर अहमद की शिकायत पर अब्दुल मलिक खान पर केस दर्ज हुआ है। जहूर वक्फ बोर्ड कमेटी में नौकरी करते है। आरोप है कि तीन साल पहले अब्दुल मलिक खान से हज और उमरा के लिए संपर्क हुआ था। खान की धार रोड़ पर अल मलिक हज उमरा के नाम से कंपनी है। उसने 3 लाख 6 हजार रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से हज का आश्वासन दिया और 42 लाख 90 हजार रुपए ले लिए।
इस बीच अचानक कोरोना संक्रमण फैल गया और कोरोना के कारण दुबई सरकार ने यात्रा पर रोक लगा दी। इस वर्ष यात्रा शुरू हुई तो अब्दुल मलिक खान ने उमरा यात्रा भी जोड़ ली और 34 लाख 20 हजार रुपये और ले लिए। कुल 77 लाख रुपए लेने के बाद यात्रियों को मुंबई रवाना कर दिया। रिवाज के मुताबिक हज और उमरा जाने वाले यात्रियों के रिश्तेदार-स्वजन ने सामूहिक दावत दी। विदाई देने के लिए दूर-दूर से रिश्तेदारों को बुलाया गया। उन्हें नए वस्त्र भेंट किए।
ढोल ताशों के साथ रेलवे स्टेशन तक छोड़ने गए। विदा होते वक्त गले लगकर भावुक भी हुए। जब मुंबई पहुंचे तो पता चला एजेंट अब्दुल मलिक खान का मोबाइल ही बंद है। रातभर इंतजार के बाद भी यात्रियों के वीजा और पासपोर्ट नहीं पहुंचे। पता चला ऐसा भोपाल, राजगढ़, सारंगपुर, रायसेन, सीहोर के सैंकड़ों यात्रियों के साथ भी ऐसा ही हुआ है। इस ठग ने करोड़ों रुपयों की चपत लगाई।
निराश होकर लौटे यात्रियों ने जब खान की जानकारी जुटाई तो पता चला वह देपालपुर जेल में बंद है। 5 सितंबर को उसने ही साजिश के तहत दोस्त असलम से विवाद किया और गौतमपुरा थाना में खुद की शिकायत करवा दी। केस तो नहीं बनता था, लेकिन पुलिस ने झगड़े की आशंका देखते हुए प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी। पुलिसकर्मी एसडीएम के पास ले गए तो अब्दुल मलिक खान ने एसडीएम से झगड़ा किया ताकि गुस्से में जेल वारंट बना दे। एसडीएम ने उसको जेल भेजने के आदेश दिए और अब्दुल मलिक खान ने जमानत न करवाते हुए वारंट बनवा लिया और जेल में बंद हो गया।