Bhopal : अस्पताल की कमियों को छुपाने के लिए हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) में मीडिया के आने पर रोक लगा दी गई। पिछले महीने हमीदिया परिसर में बने बच्चों के कमला नेहरू बाल चिकित्सालय में अग्निकांड होने के बाद अस्पताल की खामियों की पोल (Hospital’s Flaws) खुलने लगी थी। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने यह फैसला किया है। अब यहाँ प्रायवेट सिक्योरिटी गार्ड (Private Security Guard) तैनात किए गए हैं। हमीदिया प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है। आग लगने की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे।
हमीदिया अस्पताल में पिछले महीने 8 नवंबर की रात नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (SNCU) में आग लग गई थी। 40 बच्चों के वार्ड में 8 की मौत हुई थी, जबकि हमीदिया प्रशासन ने 4 बच्चों की मौत की पुष्टि की थी। बाकी चार बच्चों की मौत पर आज भी सवाल किए जा रहे हैं। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया था। रात में आग लगने से बचाव दल को भी काफी परेशानी आई थी।
अस्पताल के शिशु वार्ड में 40 बच्चे भर्ती थे। वार्ड में धुआं निकलते ही लोग भागने लगे, अफरातफरी मच गई। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से बच्चों दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जाने लगा। मौजूद लोगों को पता नहीं चल पा रहा था, कि उनके बच्चे कहां हैं। आग की लपटें शांत होने के बाद परिजन अपने बच्चों की तलाश में लगे थे। घंटों बाद उन्हें बच्चों को बारे में जानकारी दी गई।
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