

Hastimal Hasti Honor : नंदलाल पाठक मुंबई में पहले ‘हस्तीमल हस्ती सम्मान’ से सम्मानित!
Mumbai : ‘गजल राग और अनुराग का समन्वय है। वह आयी तो उर्दू से है, पर उसे अपार लोकप्रियता हिंदी में मिली। आज यह मेरे लिए भावुक क्षण है। गजल के दो सितारे हस्तीमल हस्ती और जहीर कुरैशी को खोकर
मैं बहुत गरीब हो गया हूँ।’
यह विचार प्रख्यात गजलकार नंदलाल पाठक ने पहले हस्तीमल हस्ती सम्मान को ग्रहण करते हुए व्यक्त किए। सम्मान के तहत उन्हें ग्यारह हजार रुपए, शॉल, श्रीफल व सम्मान चिन्ह हस्ती जी के पुत्र प्रमोद व कमलेश ने भेंट किया। समारोह में श्रीमती हस्ती भी मौजूद थीं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हृदयेश मयंक ने और संचालन डॉ हूबनाथ पांडेय ने किया।
‘शोधावरी’ द्वारा मुंबई विश्वविद्यालय के जेपी नायक भवन में आयोजित इस समारोह में डॉ अवधेश राय, सुमन जैन, प्रकाश तातेड़, सांवरमल सांगनेरिया, रमन मिश्र ने अपने विचार व्यक्त किए। हस्ती जी व पाठक जी की गजलों का सस्वर पाठ व ‘युगीन काव्या’ के नन्दलाल पाठक विशेषांक का लोकार्पण भी हुआ।
इस मौके पर कथाकार, पत्रकार हरीश पाठक, अशोक बिंदल, रीता दास राम, रंजना पोहनकर, हरिप्रसाद राय, रमेश मिलन, राकेश शर्मा सहित तमाम रचनाकर्मी मौजूद थे।