हॉकफोर्स को मिली एक और बड़ी सफलता,14 लाख रुपए का इनामी नक्सली मुठभेड़ में ढेर

315

हॉकफोर्स को मिली एक और बड़ी सफलता,14 लाख रुपए का इनामी नक्सली मुठभेड़ में ढेर

भोपाल: मध्य प्रदेश में हॉकफोर्स ने बालाघाट जिले के कोठियाटोला के जंगल में सोमवार को एक हार्डकोर नक्सली सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। मुठभेड़ में मारा गया नक्सली तीस वर्षीय सोहन आईइडी (विस्फोटक) बनाने में एक्सपर्ट था। वह छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले का रहने वाला है। यह मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में नक्सली गतिविधियों में संलिप्त था, जिस पर 14 लाख रुपए का इनाम घोषित था। उकास केबी डिवीजन का एसीएम था। उसके पास से 315 बोर की रायफल तथा केनवुड वायरलेस सेट बरामद किया गया है।

हॉकफोर्स को सूचना मिली थी की बालाघाट के हट्‌टा थाना क्षेत्र के गोदरी पुलिस चौकी के ग्राम कोठियाटोला जंगल क्षेत्र में जीआरबी तथा केबी डिवीजन के नक्सलियों की गतिविधि है व वह सादे कपड़ों में राशन और दैनिक उपयोग की सामग्री एकत्र करने के लिए कोठियाटोला गांव पहुंच रहे हैं। इस आसूचना पर हॉकफोर्स ने जंगल में सघन सर्च अभियान आरंभ किया। हॉकफोर्स ने कोठियाटोला गांव में सादे कपड़ों में जा रहे 10-12 नक्सलियों को पूछताछ के लिए आवाज लगाई। इस दौरान संदिग्ध नक्सलियों द्वारा हॉकफोर्स पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। आत्मरक्षा करते हुए हॉकफोर्स के जवानों ने जवाबी फायरिंग की। इस दौरान नक्सली घने जंगल और पहाड़ की आड़ लेकर भाग गए। सर्चिंग के दौरान एक नक्सली का शव बरामद हुआ। जिसकी शिनाख्त केबी डिवीजन के खूंखार एसीएम सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु के रूप में की गई। इस बात की पूर्ण संभावना है कि मुठभेड़ में कुछ अन्य नक्सली घायल हुए हैं, जिनकी तलाश जारी है।

मध्यप्रदेश में दर्ज हैं आठ आपराधिक प्रकरण

मृतक नक्सली सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु, वर्ष 2013 से प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) में शामिल होकर छत्तीसगढ़ की कई घटनाओं में शामिल रहा है। संगठन के प्रभाव क्षेत्र में विस्तार हेतु अपनाई गई नीति को अंजाम देने के लिए इसे केन्द्रीय कमेटी के सदस्य रहे दीपक उर्फ मिलिंद तेलतुम्बड़े के सहयोगी की महत्वपूर्ण भूमिका दी जाकर वर्ष 2019 में एम.एम.सी. जोन में भेजा गया था। इससे पूर्व में हुई अन्य मुठभेड़ों में यह शामिल रहा था। मध्यप्रदेश में इसके विरुद्ध 08 आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध हैं। अन्य राज्यों में दर्ज आपराधिक प्रकरणों की जानकारी प्राप्त की जा रही है ।

मुख्यमंत्री के कार्यकाल में यह तीसरी बड़ी सफलता

मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा दिए गए निर्देश एवं प्रोत्‍साहन के परिणाम स्‍वरूप 14 दिसंबर 2023 को 14 लाख का ईनामी हार्ड कोर नक्‍सली मड़काम हिड्मा उर्फ चैतु (लगभग 32-33 वर्ष) निवासी ग्राम पोमरा, थाना मिरतुर, जिला बीजापुर (छत्तीगढ़) को मार गिराया गया था। अभियान में सम्मिलित 24 पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्रदान किया गया। 01 अप्रैल 2024 को नक्‍सल विरोधी अभियान के तहत दो ईनामी हार्ड कोर नक्‍सलियों को ढ़ेर करने वाले 25 पुलिसकर्मियों को भी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्रदान गया है। पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने और साहसिक कार्यवाहियों को प्रेरित करने के लिए मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा निरंतर इस तरह का प्रोत्‍साहन दिया जा रहा है तथा एक अप्रैल की मुठभेड़ में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्राप्त पुलिसकर्मियों को रैंक लगाने मुख्यमंत्री स्वयं बालाघाट गए थे। सोमवार 8 जुलाई 2024 को भी हॉकफोर्स को 14 लाख के इनामी नक्सली सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु को धराशायी करने में सफलता मिली है।

पिछले दो वर्ष में नक्सल विरोधी अभियान में मप्र पुलिस को अभूतपूर्व सफलता

विगत दो वर्ष में नक्सल विरोधी अभियान में मप्र पुलिस ने अभूतपूर्व सफलताएं प्राप्त की हैं। 2022 से अब तक जितने नक्सली मारे गए हैं, उनकी संख्या उससे पिछले 20 वर्षों में मारे गये नक्सलियों की कुल संख्या से अधिक है। प्रदेश पुलिस ने पहली बार डीवीसीएम स्तर के तीन नक्सली ढेर किए, इनसे तीन एके-47 रायफल जब्त की गई। वहीं 82 लाख रुपए के इनामी नक्सली एसजेडसीएम अशोक रेड्‌डी उर्फ बलदेव को गिरफ्तार किया है।

विगत पांच वर्षों में 19 इनामी नक्सली धराशायी

विगत 05 वर्षों में पुलिस-नक्सल मुठभेड़ों में 19 इनामी नक्सली धराशायी किए गए हैं । इन सभी मृतक नक्सलियों पर मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संयुक्त रूप से 3.17 करोड़ का इनाम घोषित था। उपलब्धियों के लिहाज से वर्ष 2022 ऐतिहासिक रहा है, इस दौरान 3 मुठभेड़ों में 6 नक्सलियों को धराशायी करने में सफलता प्राप्त हुई । मृतक नक्सलियों में 03 डीव्हीसीएम तथा 1 कमाडंर धराशायी किये हैं, जिनके पास से 3 एके-47 रायफल जब्त की गई। विगत 5 वर्षों के दौरान विभिन्न मुठभेड़ों में 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। इन नक्सलियों पर संयुक्त रूप से 138.00 लाख रुपए का इनाम घोषित था ।