HC Strict on Street Dogs : बच्ची पर कुत्तों के हमले पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया

घायल हुई बच्ची को हर जरूरी मेडिकल सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश

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Bhopal : राजधानी में पांच आवारा कुत्तों द्वारा 4 साल की मासूम बच्ची को घेरकर नोंचने और घायल करने के मामले में जबलपुर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ व जस्टिस पुरुषेंद्र कुमार कौरव की युगलपीठ ने प्रारंभिक सुनवाई करते हुए राज्य के मुख्य सचिव, नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव, कलेक्टर व भोपाल नगर निगम के आयुक्त को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। सुनवाई के दौरान राज्य शासन की और से उप महाधिवक्ता स्वप्निल गांगुली ने पक्ष रखा।

हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए क्या उपाय हैं और किस तरह इन पर नियंत्रण किया जा सकता है। दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था। इसी पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सोमवार को जनहित याचिका के रूप में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने इस घटना में घायल हुई बच्ची को हर जरूरी मेडिकल सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के भी निर्देश दिए।

शनिवार, एक जनवरी को भोपाल के बागसेवनिया इलाके में एक बच्ची पर पांच आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। बच्ची के सिर, कान और हाथ में गहरे घाव हुए। चेहरे के साथ ही पेट, कमर और कंधे पर भी चोट लगी। इसका वीडियो भी सामने आया। कवर्ड कैंपस में निर्माणाधीन मकान में बच्ची के पिता राजेश बंसल मजदूरी करते हैं। घटना की शाम उनकी चार साल की बेटी गुड्‌डी पास ही खेल रही थी, तभी वहां झुंड में आए कुत्तों ने उस पर हमला किया। वह दौड़कर आई, लेकिन कुत्तों ने उसे चारों ओर से घेर लिया और नोंचने लगे। एक युवक ने पत्थर मारकर कुत्तों को भगाया। गंभीर रूप से घायल लहुलुहान गुड्डी को जेपी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया था।

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मानव अधिकार आयोग ने भी जवाब मांगा

इस बच्ची पर आवारा कुत्तों की तरफ से किए गए हमले पर मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने नगर निगम आयुक्त भोपाल और जिला प्रशासन भोपाल के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अगले सात दिन में इस घटना पर जवाब मांगा है। आयोग की ओर से नगर निगम और आयुक्त भोपाल को इन बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी देने को कहा गया है :

– एनीमल बर्थ कंट्रोल (डॉग्स) नियम 2001 के तहत की गई कार्यवाही की जानकारी दें।

– वर्ष 2021 में कितने आवारा कुत्तों को स्टरलाइज्ड किया गया, इसकी वार्डवार जानकारी दी जाए।

– कितने आवारा कुत्तों को शहर की सड़कों से बाहर किया गया, इसकी भी वार्डवार जानकारी दें।

– एनीमल बर्थ कंट्रोल (डॉग्स) नियम के तहत मॉनिटरिंग कमेटी की मासिक बैठकों की कॉपी पेश करें।

– आवारा कुत्तों के काटने की घटनाओं का वार्डवार विवरण और प्रत्येक घटना पर निगम द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी।

– वर्तमान घटना में पीड़ित बच्ची के पिता को दी गई क्षतिपूर्ति राशि की जानकारी दें।

– वर्तमान घटना में पीड़ित बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट की कापी पेश की जाए।