New Delhi : दिल्ली के अधिकांश इलाके इन दिनों लू की चपेट में हैं। बढ़े तापमान ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। मौसम विभाग के दो स्टेशनों मुंगेशपुर और नजफगढ़ में तापमान 49.2 और 49.1 डिग्री दर्ज किया गया।
उत्तर भारत में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है. राजस्थान में तापमान 50 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है तो वहां के कुछ इलाकों में तापमान बढ़कर 52 डिग्री भी गया! मौसम विभाग के अनुसार पिछले 9 सालों में सोमवार का दिन महीने का सबसे गर्म दिन रहा। जबकि, मार्च में तापमान 122 सालों में सबसे ज्यादा था।
अभी भी गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही। तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है। न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अधिकतम तापमान में बीते दिनों के मुकाबले कुछ गिरावट दर्ज की गई। लेकिन लू (Heatwave) के कारण दिल्ली की सड़कों पर निकलना चुनौती बन गया।
भारतीय मौसम विज्ञान भवन ने भीषण गर्मी और बढ़ते हुए तापमान को लेकर प्रेस को संबोधित किया। मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने जानकारी देते हुए कहा कि हीट वेव की शुरुआत मार्च में हुई थी। तापमान तब 41-42 तक गया था। मार्च के मध्य हफ्ते तक तापमान 44 डिग्री सेल्सियस हो गया था। 27 अप्रैल से लेकर 2 मई तक तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, लेकिन 12 मई को यही तापमान स्थिर हो गया था।
तापमान स्थिर होने के कारण
वैज्ञानिकों ने बताया कि असानी (Asani) चक्रवाती तूफान के कारण नॉर्थ में तापमान स्थिर हो गया। दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि पहले से बेहतर है।
20 मई तक दिल्ली में Heatwave कम हो जाएगी। तब ऑरेंज अलर्ट को येलो कर देंगे। अंडमान में मानसून का आगमन हो रहा है। केरल में भारी बारिश होगी।
सफदरजंग और पालम स्टेशन पर बीते दिन तापमान 46-47 तक रहा। दिल्ली के बाहरी स्टेशन जैसे नजफगढ़ और मुंगेश्वर में तापमान 49 डिग्री तक रिकॉर्ड हुआ।
बाहर के स्टेशन पर सामान्य तौर पर अंतर रहता है। कल से आज के तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई, जो कल भी रहेगी। 20 मई से फिर हीट वेव आएगी।
बदलाव की वजह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस
मौसम में आए इस बदलाव की वजह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है। इस वजह से देश के पहाड़ी इलाकों में हल्की बरसात हो रही है तो वहीं मैदानी इलाकों में धूल भरी आंधी चल रही है।
इतने तापमान के रिकॉर्ड होने की उम्मीद फिर से नहीं है।
मार्च से ही उत्तर भारत में बारिश नहीं होने की वजह से गर्मी अधिक पड़ रही है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर है इसलिए भी उत्तर भारत में इतना गरम है और लॉन्ग हीटिंग का भी यही कारण है।
दूसरे राज्यों के मौसम का हाल
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और सिक्किम में तेज बारिश का अनुमान जताया जा रहा है।
छत्तीसगढ़, बिहार, कर्नाटक में हल्की बारिश का अनुमान है। राजस्थान में पारा 50 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, तो वहीं राजस्थान के बाहरी इलाकों में अधिकतम तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से हिमाचल प्रदेश में भी बढ़ती गर्मी से राहत मिल सकती है। आंधी और ओलावृष्टि के साथ बारिश से तापमान नियंत्रित होने का अनुमान है।