

Heavy Rain Alert : देश के कई इलाकों में 2 जून तक भारी बारिश के आसार, IMD का हाई अलर्ट!
IMD के मुताबिक आज से 30 मई के दौरान केरल में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना!
New Delhi : आज की परिस्थितियां देशभर में मानसून के विस्तार के लिए पूरी तरह अनुकूल है। मानसून की दस्तक के साथ ही देशभर के कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) का अनुमान है कि 27 मई से लेकर 1 जून तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। यह धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। अगले 6 से 7 दिनों के दौरान केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा पर भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। IMD के मुताबिक 27 से 30 मई के दौरान केरल में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।
मध्य महाराष्ट्र के कोंकण, घाटी वाले इलाके, कर्नाटक के तटीय और घाटी वाले क्षेत्रों के साथ-साथ तमिलनाडु के घाटी क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 29 मई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके कारण कई इलाकों में जोरदार बारिश हो सकती है।
24 घंटों के दौरान केरल और माहे, तटीय कर्नाटक उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम राजस्थान में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, असम और मेघालय, त्रिपुरा, मराठवाडा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, कर्नाटक, पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 40 से 80 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवा चली।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आगे बढ़ते हुए मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र , कर्नाटक, बचे हुए तमिलनाडु, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और आंध्र प्रदेश में अपनी दस्तक दे दी। कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही। स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा मानसून ने बंगाल की खाड़ी के मध्य और उत्तर-पश्चिम हिस्सों, मिजोरम के बचे हुए भाग, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और मेघालय के कुछ हिस्सों को कवर कर लिया है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के विस्तार के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। आगामी 2 से 3 दिनों में यह मानसून मध्य अरब सागर के शेष भागों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के शेष भागों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, समूचे पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकता है।
स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंतरिक और तटीय कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है। कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ने का संभावना है। पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, पूर्वी गुजरात और लक्षद्वीप में बारिश हो सकती है. हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हो सकती हैं।