Helicopter Crash : CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर इसलिए क्रैश हुआ!
New Delhi : जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) मामले की जांच के लिए बनाई गई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी रिपोर्ट (Court of Inquiry Report) में एक बड़ा खुलासा हुआ। हेलिकॉप्टर क्रैश का बड़ा कारण मौसम का ख़राब होना बताया गया है।
वायुसेना की तरफ से रिपोर्ट को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया। क्रैश के कारणों की जांच के लिए गठित कमेटी ने पाया कि खराब मौसम के चलते पायलट ‘डिसओरिएंट’ (Disorient) हो गए होंगे। इसके चलते हादसा हुआ। तकनीकी भाषा में इसे सीएफआईटी यानि ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन’ (Controlled Flight Into Terrain) कहा जाता हैं।
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पूरी कर लीगल विंग के पास कानूनी सलाह के लिए भेजी है। जल्द ही रिपोर्ट को वायुसेना (Air Force) प्रमुख को सौंप दिया जाएगा।
घटना के तत्काल बाद रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी (Tri-Service Inquiry) के आदेश दिए थे, जिसने इस हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की है। वायुसेना (Air Force) की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) के नेतृत्व में यह जांच की गई।
हादसे में 14 की मौत
8 दिसंबर को CDS जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वायुसेना के M-17V5 हेलिकॉप्टर से ऊटी के करीब वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। उसी दौरान उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इसमें CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 14 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद से सवाल उठ रहे हैं कि वायुसेना का ‘M-17V5’ हेलिकॉप्टर क्रैश कैसे हुआ!
जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान लिए। साथ ही उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की, जो इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शी थे। उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई, जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था। क्रैश हुए हेलिकॉप्टर का FDR यानि फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानि ब्लैक-बॉक्स (Black Box) भी घटनास्थल से बरामद हुआ था। उसका डेटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया।