Heritage Conservation: MP में शुरु होगा धरोहर संरक्षण मिशन, 150 करोड़ खर्च करेगी सरकार
भोपाल: प्रदेश के एतिहासिक स्मारकों सांस्कृतिक धरोंहरों के संरक्षण, नवीनीकरण, रखरखाव के लिए राज्य सरकार धरोहर संरक्षण मिशन शुरु करेगी। इसके लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपए का प्रारंभिक बजट रखा गया है। यहां विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। वहीं सागर, ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल में प्रसिद्ध जननायकों और क्रांतिकारियों की याद में स्मारक बनाए जाएंगे।
प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद संस्कृति, पुरातत्व विभाग ने इस संबंध में कार्यवाही शुरु कर दी है। पुरातत्व विभाग ने पहले चरण में प्रदेश की ऐसी सभी एतिहासिक धरोंहरों को चिन्हित किया है जो जर्जर हो रही है और जिनके रखरखाव, मरम्मत और नवीनीकरण की तत्काल आवश्यकता है और जो विश्वस्तरीय एतिहासिक महत्व की धरोहरें है। चरणबद्ध तरीके से धरोहर संरक्षण मिशन प्रदेश की सभी एतिहासिक धरोहरों के नवीनीकरण का काम करेगा। इसके तहत धरोहरों की मरम्मत की जाएगी। उनको उनके मूल स्वरुप में बनाए रखने के लिए काम किया जाएगा। रंग-रोगन से लेकर उनकी चमक-दमक बरकरार रखने के लिए उन पर रासायनिक लेप कर उन्हें संरक्षित किया जाएगा। इन स्मारकों पर आने वाले पर्यटकों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसमें सार्वजनिक शौचालय, पेयजल, फुटपाथ, लेंड स्केपिंग कर उनके आसपास के क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण, वहां से मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचने वाले रास्तों को बेहतर बनाए जाने, आसपास पर्यटकों के रुकने की सुविधाए निजी संस्थाओं के सहयोग से करने जैसी कवायद की जाएगी। आसपास के हवाईअड्डों, रेल्वे स्टेशन तक सुव्यवस्थित पहुंचमार्ग लोक निर्माण विभाग और अन्य एजेंसियों से समन्वय कर बनाने, उस क्षेत्र के एतिहासिक महत्व को बताते कलाशिल्पों के निर्माण की गतिविधियां की जाएंगी।
ग्वालियर में अटल स्मारक, भोपाल में वीर भारत स्मारक,जबलपुर में रानी दुर्गावती स्मारक बनेंगे-
नई सरकार प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के अलावा नये स्मारकों के निर्माण भी करेगी। जबलपुर में सौ करोड़ रुपएकी लागत से रानी दुर्गावती स्मारक एवं संग्रहालय का निर्माण पूरा किया जाएगा। छतरपुर में सौ करोड़ रुपए खर्च कर महाराज छत्रसाल का भव्य स्मारक बनाया जाएगा। भोपाल में वीर भारत स्मारक विकसित किया जाएगा जिसमें क्रांतिकारियों एवं आजादी के नायको के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा। ग्वालियर में अटल बिहारी बाजपेयी के भव्य स्मारक एवं रिसर्च सेंटर का निर्माण पूरा किया जाएगा। ग्वालियर में ही लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के भव्य स्मारक का निर्माण कार्य पूरा करेंगे। सागर में सौ करोड़ रुपए की लागत से शिरोमणि गुरुदेव के रविदास स्मारक का निर्माण किया जाएगा।