
Hightech Police Action: गांजे की ‘गुप्त खेती’ का पर्दाफाश, पहाड़ी इलाके से 1.77 करोड़ रुपए के पौधे जब्त
खरगोन : पुलिस ने मध्य प्रदेश महाराष्ट्र बॉर्डर पर ड्रोन उड़ाया तो एक बड़ा राज खुल गया। खरगोन जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में पहाड़ियों के बीच चल रही गांजे की ‘गुप्त खेती’ का पर्दाफाश हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने करीब 1.77 करोड़ रुपए मूल्य के 3200 गांजा पौधे जब्त कर लिए।
खरगोन के पुलिस अधीक्षक रवींद्र वर्मा ने गुरुवार शाम बताया कि मुखबिर की सूचना के बाद हेला पड़ावा चौकी क्षेत्र के टांडा वाड़ी ग्राम में यह कार्रवाई की गई। यहां टीडिया जमरे नामक आदिवासी ने तीन अलग-अलग जगहों पर गांजे की फसल लगा रखी थी। पुलिस ने मौके से 35 क्विंटल गांजा पौधे बरामद किए।
ड्रोन सर्चिंग में सामने आया कि घने जंगल और पहाड़ी इलाके में बनी फसल को कुएं से सोलर पैनल की मदद से पानी दिया जा रहा था। यानी हाईटेक तरीके से गांजा उगाया जा रहा था।

सूचना के बाद एडिशनल एसपी शकुंतला रूहल के नेतृत्व में बनी टीम ने करीब 3 किलोमीटर पैदल चलकर इस फसल की लोकेशन ट्रेस की और खेतों पर दबिश दी।
पुलिस ने बताया कि जब्त किए गए गांजे की कीमत 1 करोड़ 77 लाख 56 हजार रुपए आंकी गई है। पूरे मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है और आरोपी टीडिया जमरे की तलाश तेज कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि खरगोन जिले में पिछले दिनों मण्डलेश्वर थाना क्षेत्र में एक किसान के कपास की फसल के बीच छिपाकर लगभग 180 गांजा पौधे जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।
इसके अलावा चैनपुर थाना क्षेत्र के पलौना व खरकिया नाड़ी गाँव में दो किसानों के खेतों से मिर्च-तुअर की फसल के बीच छिपाकर 20 लाख रु मूल्य के गांजे पौधे जब्त हुए थे।





