इतिहास को नई पीढ़ी के सामने लाना चाहिए – यशवंत कुमारी 

अभिनंदन समारोह में कहा 

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इतिहास को नई पीढ़ी के सामने लाना चाहिए – यशवंत कुमारी

मिडियावाला न्यूज़ 

मंदसौर । देश , समाज और परिवार का इतिहास सबके और विशेषकर नई पीढ़ी के सामने लाना चाहिए , इसके माध्यम से तत्कालीन समय की अनुकूल – प्रतिकूल परिस्थितियों के साथ संघर्ष , त्याग और सफलता का आकलन होसकता है । यह कहा मालवा क्षेत्र के प्रतिष्ठित नामली राजघराने की यशवंत कुमारी सोनगरा ने । आप गुरुवार को अपने अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रही थी ।

कार्यक्रम मंदसौर एवं रतलाम जिले की प्रमुख सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा नामली में आयोजित किया गया ।

इस अवसर पर दशपुर प्राच्य शोध संस्थान मंदसौर निदेशक एवं पुरातत्ववेत्ता श्री कैलाशचंद्र पांडेय , जनपरिषद मंदसौर जिला संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल , राष्ट्रीय राजा भोज जनकल्याण समिति ,रतलाम अध्यक्ष श्री नरेन्द्रसिंह परमार , ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान मंदसौर डायरेक्टर श्री उमेश कानूनगो , वरिष्ठ अभियंता श्री दिलीप जोशी , अखेराज सोनगरा चेतना मंच नामली संयोजक श्री बहादुर सिंह , दिव्य सामाजिक संस्था सेजावता के श्री दिलीपसिंह सिसोदिया , ठाकुर देवराज सिंह , श्रीमती विशाखा सिंह चौहान , श्री नटवर सिंह सोनगरा सहित गणमान्य जन मौजूद रहे ।

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दशपुर प्राच्य शोध संस्थान निदेशक श्री पांडेय , परमार राजवंश रत्नमाला लेखक श्री परमार ने विचार रखे ।

अभिनंदन पत्र वाचन वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल ने किया ।

संस्था प्रतिनिधियों ने राजकुमारी यशवंत कुमारी को माल्यार्पण कर शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया

उल्लेखनीय है कि 82 वर्षीय नामली राजघराने की यशवंत कुमारी ने देश – विदेश में विभिन्न सेवा प्रकल्पों से जुड़ कर सेना के जवानों , महिलाओं , बच्चों के लिये रक्त बैंक , पोषण आहार , स्वास्थ्य के लिये निरन्तर सहयोग करते हुए अग्रणी भूमिका निभाई है । स्वयंसेवी संगठन के द्वारा मदद के साथ कला और साहित्य में भी कार्य किया है ।

आपके पति भारतीय विदेश सेवा में रहे एक दर्जन से अधिक देशों में सम्पर्क कर ऐम्बेसेडर जैसी दायित्व निर्वहन किया । इसके साथ ही तत्कालीन राजपुताना घरानों रतलाम , सैलाना , नामली एवं जावरा आदि का 300 वर्षों का तथ्यात्मक इतिहास अंग्रेजी और हिंदी भाषा में लिपिबद्ध कर प्रकाशित किया है ।

नामली की राजकुमारी यशवंत कुमारी जयपुर के महारानी गायत्रीदेवी स्कूल की गोल्डमेडलिस्ट होकर बेस्ट ऑलराउंड गर्ल चुनी गई । कला , संगीत और नृत्य के साथ बास्केटबॉल , हॉकी और बैडमिंटन में भी श्रेष्ठता प्रमाणित करते हुए आगे बढ़ी । आगरा , दिल्ली यूनिवर्सिटी से डिग्री प्राप्त कर समाज सेवा में सक्रिय रही ।

मालवा अंचल में राजघराने की प्रतिनिधि होकर अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में शोध पूर्ण इतिहास लेखन का विशिष्ट उदाहरण है । कोई 21 वर्ष पहले अंग्रेजी में और हाल ही हिन्दी में शोधपरक इतिहास लेखन कर संग्रह प्रकाशित किया है । जो एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है ।

श्रीमती यशवंत कुमारी को श्री पांडेय ने दिव्य दशपुर , डॉ बटवाल ने साहित्य संग्रह यथार्थ और श्री परमार ने राजवंश रत्नमाला भेंट की ।

 

अभिनंदन और सम्मान के प्रति कृतज्ञता यशवंत कुमारी , श्रीमती विशाखा चौहान ने व्यक्त की ।

आभार नामली ठाकुर देवराजसिंह सोनगरा ने माना ।