Hooliganism of Hinduists : गरबों में गैर-हिंदुओं को रोकने की आड़ में गुंडागर्दी!
Ujjain : भाजपा से जुड़े हिंदूवादी नेताओं ने नवरात्रि पर होने वाले गरबों में गैर हिंदुओं को न आने देने और आई कार्ड से प्रवेश का बयान क्या दिया, हिंदूवादी संगठनों के युवा गुंडागर्दी पर उतर आए। इंदौर और अहमदाबाद के बाद उज्जैन के गरबा पंडालों में भी बजरंग दल के लोग खुली गुंडागर्दी पर उतर आए। जबकि, इन्हें किसी ने अधिकार नहीं दिया कि गरबों में घुसकर मारपीट करें या गरबा संचालकों से प्रवेश की व्यवस्थाओं की पड़ताल करें! पर, जब पुलिस और प्रशासन ने इनकी गुंडागर्दी पर रोक नहीं लगाई तो इनकी हिम्मत बढ़ गई। इंदौर, अहमदाबाद, भोपाल के अलावा उज्जैन में भी गरबे में बजरंग दल की गुंडागर्दी की खबरें सामने आई।
भाजपा के संघी नेताओं ने गरबा पंडालों में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने का आह्वान किया था। ये सिर्फ उनका आह्वान था, न कि सरकारी आदेश, पर इसे उसी तरह लिया गया और बजरंगी सक्रिय हो गए। गरबा पांडालों में जबरन घुसपैठ करके संचालकों को धमकाया जाने लगा। आईडी चेक करने लगे और जिस पर संदेह हुआ या जिसने हुज्जत की उसके साथ मारपीट की गई। आरोप ये लगाए गए कि ये गैर हिन्दू गरबों में छेड़छाड़ करते हैं। पुलिस और प्रशासन भी सब कुछ देखकर क्यों चुप है ये आश्चर्य की बात है। बजरंगियों को पुलिस जैसा व्यवहार करने की इजाजत किसने दी! एक भी जानकारी सामने नहीं आई कि इन जबरदस्ती करने वालों पर रोक लगाने की कोई पहल पुलिस या प्रशासन ने की हो! ये गरबा संचालकों की जिम्मेदारी थी कि वे पंडाल में ऐसी कोई हरकत न होने दें, फिर बजरंग दल जैसे संगठनों को आगे क्यों आने दिया!
नवरात्रि पर देशभर में पूजा पंडाल और गरबा का आयोजन किया जा रहा है! लेकिन, देशभर के अलग-अलग इलाकों में गरबा पंडालों में बजरंग दल की मनमानी करने की खबरें आई हैं। ताजा मामला उज्जैन का है, जहां गरबा पंडाल में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर बजरंग दल समेत अन्य हिंदूवादी संगठनों ने रोक लगाई है। इससे पहले अहमदाबाद और इंदौर से भी इन संगठनों की गुंडागर्दी की तस्वीरें सामने आई हैं। उज्जैन में हिंदूवादी संगठनों ने 3 मुस्लिम युवकों को पीटा! इन हिंदूवादी संगठनों ने गरबा पंडाल में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई है। गरबा में शामिल होने वाले लोगों की आईडी चेक की जा रही है उसके बाद ही उन्हें जाने दिया जा रहा है। उज्जैन में भी इसका असर देखने को मिला।
एक अक्टूबर की देर रात कालिदास अकादमी में चल रहे नवरंग डांडिया में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 3 युवकों से उनकी पहचान पूछी तो यह तीनों मुस्लिम निकले। इसके बाद वहां जमा हुई भीड़ उन्हें पीटने लगी। इसी बीच थाना माधव नगर की पुलिस तीनों को बचाने आई, तो माधव नगर पुलिस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के बीच भी विवाद हुआ। यह घटना शनिवार रात की है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर देखा गया।
इंदौर में भी गुंडागर्दी
जानकारी के मुताबिक, इंदौर में भी बजरंग दल के लोगों ने गरबे में आने वाले लोगों की आईडी चेक की। आईडी चेक करने के बाद गैर-हिंदुओं को बाहर निकालने का आदेश दिया। इसके बाद इंदौर में हिन्दू जागरण मंच भी इसी राह पर चल पड़ा। हिन्दू जागरण मंच ने बजरंग दल से एक कदम आगे बढ़ाते हुए इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र स्थित बिजासन मंदिर पर लगने वाले मेले में लगी दुकान संचालकों के आईडी चेक किए। चेकिंग के दौरान एक दुकान संचालक गैर हिंदू निकला तो हिंदू जागरण मंच के लोगो ने उसको जल्द अपना सामान समेटकर वहां से चले जाने की चेतावनी दी। इसके बाद बड़ी संख्या में पहुंचे हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को देखते हुए गैर हिंदू अपनी दुकान का सामान समेट वहां से चले गए।
भोपाल में भी दो युवकों को रोका
भोपाल में एक निजी कालेज द्वारा गरबा का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जहां हिंदूवादी संगठनों की नजरें टिकी थी। यह भोपाल के ईंटखेड़ी थाना क्षेत्र का मामला है, जहां गरबे का आयोजन हुआ था वहां हिंदूवादी संगठनों द्वारा प्रवेश द्वार पर ही हर शख्स से पहचान पत्र मांगा। जब दो युवक गैर हिंदू समुदाय के निकले तो उन्हें वहां से वापस लौटाया गया।
अहमदाबाद में भी ऐसी घटना
अहमदाबाद में भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने देर रात गरबा पंडाल में शामिल होने के लिए कुछ मुस्लिम युवकों की पिटाई की। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में भगवा ब्रिगेड द्वारा कुछ युवाओं को उनके धर्म के बारे में पूछे जाने पर पीटते हुए दिखाया गया। यह घटना अहमदाबाद में सिंधु भवन रोड पर आरके पार्टी प्लॉट पर हुई, जब सुरक्षा कर्मचारी गैर-हिंदुओं को गरबा पंडाल पर जाने से रोकने के लिए पार्टी के मेहमानों की आईडी की जांच कर रहे थे।
पिछले दिनों भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि गरबा पंडालों में मुस्लिम समुदाय के लोगों को वहां पर जाने नहीं दिया जाए हम हमारी पूजा पद्धति को शुद्ध रखना चाहते हैं। साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि उनकी दुकानें भी नहीं लगनी चाहिए। जबकि, प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर कई साल से गैर हिंदुओं के गरबों में प्रवेश को रोकने का बयान देती आ रही हैं। इस साल भी नवरात्रि से पहले उन्होंने अपनी मांग को ग्वालियर में दोहराया था। इसी का असर था कि हिंदूवादी संगठन गुंडागर्दी पर उतर आए और पुलिस देखती रही।