Humanitarian Work : लावारिस, असहाय, अपाहिज युवक का उपचार कराया, मौत हो जाने पर विधिवत अंतिम संस्कार भी किया !

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Humanitarian Work : लावारिस, असहाय, अपाहिज युवक का उपचार कराया, मौत हो जाने पर विधिवत अंतिम संस्कार भी किया !

 

Ratlam : शहर में परोपकार के लिए आगे आने वाले युवकों और सामाजिक संस्थाओं की कमी नहीं हैं, बस पता चलना चाहिए कि फलां स्थान या फलां अस्पताल में किसी व्यक्ति को यह तकलीफ हैं। ऐसे में रात हो या दिन, भीषण बारीश हों या कडाकेदार सर्दी, बस निकल पड़ते हैं पीड़ित की सहायता करने।

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ऐसा ही एक Humanitarian Work का मामला सामने आया हैं जिसमें सीएएन हेल्पलाइन फाउण्डेशन के सक्रिय कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि रतलाम स्थित मेडिकल कॉलेज में जावरा से 1 व्यक्ति आया हैं, जिसके पैर और हाथ कटे हुए हैं और वह वार्ड में लावारिस हालत में पड़ा हुआ हैं। फाउण्डेशन के सदस्य वहां पहुंचे और उस लावारिस युवक की स्थिति देखी। इसके बाद सदस्यों ने उसकी सेवा करना शुरू की। वह जमीन पर पड़ा था उसे बेड पर शिफ्ट कराया और डॉक्टरों से उसके उपचार करने का निवेदन किया। लगभग 1 महीने तक सदस्यों ने रात-दिन उसकी सेवा की। इस दौरान मेडिकल कॉलेज की टीम का भी फाउण्डेशन की टीम को भरपूर सहयोग मिला।

हालांकि तबियत ज्यादा खराब होने और स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उसकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के उपरांत फाउण्डेशन द्वारा शहर के जवाहर नगर मुक्तिधाम पर उसका विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया। इस सेवा कार्य में सीएएन हेल्पलाइन फाउण्डेशन के सदस्य विशाल उपाध्याय, शैलेन्द्र बन्ना, रविराज सिंह भाटी, उमेश धाकड़, सूर्यपाल, चिराग असरानी और खुशी दनोत आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।