IAS Cadre allotment : सीनियर IPS पिता की दूरदृष्टि से बेटे को ऐसे मिला MP Cadre
Bhopal : UPSC-2020 में चयनित प्रतिभागियों को पिछले दिनों कैडर आवंटन कर दिया गया। देश में दूसरी रैंक पाने वाली और महिलाओं में अव्वल रहने वाली जागृति अवस्थी को MP Cadre नहीं मिल सका। जबकि, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर मुकेश जैन के बेटे अर्थ जैन की 16 रैंक आने के बावजूद उसे MP Cadre मिल गया! देखने में किसी को भी यह विसंगति या पक्षपात लगेगा, पर वास्तव में यह एक तरह की IAS Cadre allotment : सीनियर IPS पिता की दूरदृष्टि से बेटे को ऐसे मिला MP Cadre व्यवस्था है।
ये सामान्य लोगों की रुचि का विषय नहीं होता, इसलिए वे शायद समझ नहीं सके होंगे कि इसमें भी दूर दृष्टि कितना काम करती है। हम यह मान सकते हैं कि जागृति अवस्थी या उसके परिवार जन इस तकनीकी बारीकी को नहीं जानते होंगे क्योंकि उनके परिवार का बैकग्राउंड ब्यूरोक्रेट से जुड़ा हुआ नहीं रहा, इसलिए वे MP Cadre पाने से चूक गई, जबकि अर्थ जैन के पिता सीनियर IPS है , इसलिए उन्होंने बेटे को सही सलाह दी और नतीजा सामने है। पिता की दूरदृष्टि का ही परिणाम है कि अर्थ जैन को MP Cadre आवंटित हुआ और जागृति अवस्थी इससे वंचित रही और उसे UP Cadre पर संतोष करना पड़ा।
देश में UPSC-2020 में सेकंड रैंक आने वाली MP की जागृति अवस्थी को इसलिए MP Cadre नहीं मिला, क्योंकि MP में Insider Candidate के लिए General Category की कोई सीट खाली नहीं है। लेकिन, 16वीं रैंक आने पर भी अर्थ जैन को MP कैडर मिल गया। यह विरोधाभासी लगे, पर इसके पीछे एक बड़ा कारण है। जब प्रतिभागी से उसकी पसंद के Cadre के बारे में पूछा जाता है, तो वह स्वाभाविक है कि वह अपना गृह राज्य सबसे पहले दर्ज करता है। वही जागृति ने किया।
प्रत्येक राज्य में इनसाइडर और आउटसाइडर के प्रत्येक वर्ष पृथक पृथक संख्या नियुक्त निर्धारित होती है। इनसाइडर कोटे में उसी प्रदेश के कैंडिडेट को स्थान मिलता है तथा इसमें स्थान उसकी मेरिट और जाति के आधार पर निर्धारित होता है। आउटसाइडर के लिए निर्धारित सीटों पर अन्य राज्य के कैंडिडेट्स द्वारा द्वारा दी गई है च्वाइस पर मेरिट के आधार पर अलॉटमेंट किया जाता है।
अर्थ जैन ने पहले नंबर पर अपना गृह प्रदेश Delhi और दूसरे पर MP लिखा था। Delhi के Insider के लिए उनकी मेरिट नहीं थी इसलिए उन्हें दूसरी च्वाइस पर MP Cadre दिया गया! यानी MP राज्य उनके लिए Outsider की श्रेणी में आ गया और चूंकि MP में इस श्रेणी में जनरल की सीट खाली थी तो उन्हें Outsider होने के नाते MP कैडर आवंटित हो गया।
हम यह मान सकते है कि यहां अर्थ जैन के पिता और सीनियर IAS मुकेश जैन की दूर दृष्टि काम आई! निश्चित रूप से उन्होंने अपने स्तर (जो उनके लिए मुश्किल भी नहीं था) पर पता किया होगा कि Insider के लिए MP और Delhi में General Category की सीट खाली है या नहीं! जब उन्हें जानकारी मिली होगी, कि फ़िलहाल कोई सीट खाली नहीं है, तो उन्होंने पसंद के Cadre में Delhi को आगे रखा (Insider) और MP को दूसरे नंबर पर (Outsider)! नतीजा ये हुआ कि Outsider Category में अर्थ जैन को MP Cadre मिल गया!
Civil Service में ये एक बड़ी विसंगति है, जिसका निराकरण किया जाना जरुरी है। देश में 2nd और महिलाओं में 1st रैंक आने पर भी जागृति अपना गृह राज्य पाने से चूक गई, जबकि 16वीं रैंक पाने वाले अर्थ जैन को MP Cadre अपनी सूझ-बुझ से मिल गया! ये इसलिए हुआ कि जागृति के पिता होमियोपैथी डॉक्टर हैं, वे IAS की पहुंच से वाकिफ नहीं है जबकि मुकेश जैन सीनियर IPS हैं और यह माना जा रहा है कि उनकी दूरदृष्टि का लाभ बेटे को मिला।
यह भी संभव है कि यह एक संयोग भी हो सकता है कि अर्थ ने वैसे ही होम स्टेट दिल्ली लिखा हो क्योंकि वे दिल्ली में पढ़ाई कर रहे थे और मुकेश जैन पहले दिल्ली में रह चुके हैं।
IAS Cadre allotment list
हम यह बताना चाहते हैं कि कैडर अलॉटमेंट( IAS Cadre allotment) में 459 रैंक आने के बावजूद एससी केटेगरी में पद रिक्त होने पर प्रतीक राव, 417 रैंक आने के बावजूद इसी कैटेगरी में ही पद रिक्त होने पर शिवम प्रजापति और OBC कैटेगरी में पद खाली होने पर 123वे नंबर आने पर भी अरविंद शाह को एमपी होम स्टेट मिला है।