

IAS- IPS Posting & Transfer: पदों के हिसाब से अनुकूल और बेस्ट परफार्मर अफसर तैनात करने केन्द्र सरकार की तर्ज पर 360 डिग्री पर एनालिसिस
भोपाल::IAS- IPS Posting & Transfer: पदों के हिसाब से अनुकूल और बेस्ट परफार्मर अफसर तैनात करने केन्द्र सरकार की तर्ज पर 360 डिग्री पर एनालिसिस किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश में IAS और IPS अफसरों के उच्च स्तर पर किए जाने वाले तबादलों के लिए मोहन सरकार द्वारा हर अफसर का 360 डिग्री एंगल पर विश्लेषण किया जा रहा है। सारे पैमानों पर खरा उतरने के बाद हर मलाईदार विभाग और बड़े पदों पर व्यापक फेरबदल किया जाएगा।
जिलों में कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, विभागाध्यक्ष और विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव तथा सचिव स्तर पर व्यापक स्तर पर तबादले होने है।
मुख्य सचिव कार्यालय इस बार सभी पदों के हिसाब से अनुकूल और बेस्ट परफार्मर अफसर तैनात करने केन्द्र सरकार की तर्ज पर 360 डिग्री पर एनालिसिस कर रहा है। जिलों में बदले जाने वाले कलेक्टर के लिए उपयुक्त अफसर की तलाश करने और मौजूदा अफसर को दूसरी जगह भेजने के लिए उनके उपर के अफसर याने कमिश्नर से कलेक्टर के परफारमेंस पर बात हो रही है। उनके अच्छे-बुरे निर्णयों का एनालिसिस किया जा रहा है। इन निर्णयों का जनता पर क्या प्रभाव पड़ा। सरकार की नीतियों को कलेक्टरों के निर्णयों ने कितना प्रभावित हुआ, इसका आंकलन किया जा रहा है। कलेक्टरों के नीचे पदस्थ सीईओ जिला पंचायत और एडीएम स्तर के अधिकारियों से अपने जिले के मुखिया के बारे में राय-मशविरा किया जा रहा है। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों याने क्षेत्र के सांसद,विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निगम, नगर पालिका अध्यक्ष और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी अफसर के बारे में फीड बैक लिया जा रहा है।
विभागाध्यक्षों की तैनाती भी नापतौल कर-
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय आवास एवं विकास विभााग, लोक निर्माण विभाग, खनिज विभाग, आबकारी विभाग, परिवहन विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, महिला बाल विकास विभाग, जलसंसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, उर्जा विभाग, राजस्व विभाग, प्रमुख राजस्व आयुक्त कार्यालय से लेकर तमाम मलाईदार विभाग जिनमें रेवेन्यू अर्निंग की गुंजाईश है, वहां अफसरों की तैनाती के लिए अफसरों की कार्यशैली, विभाग के लिए उनकी अनुकूलता, उनकी पांच खास विशेषताओं और उनकी पांच कमियों को लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस पर गहन मंथन किया जा रहा है। अब आने वाले समय में जो बदलाव किए जाएंगे वे अफसर यहां पूरी तरह से ठोक बजा कर तैनात किए जाएंगे।
मंत्रालय में ACS, PS के विभाग बदलने की तैयारी-
मंत्रालय में अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर पर बदलाव करने की तैयारी है। इसके लिए भी 360 डिग्री पर आंकलन अफसरों का किया जा रहा है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह की वापसी मंत्रालय में होंना है। संजीव झा को वहां भेजा जाना है। कई अधिकारियों के पास दो-दो और तीन-तीन विभागों की जिम्मेदारी है। नीरज मंडलोई के पास उर्जा विभाग के साथ लोक निर्माण विभाग की जिम्मेदारी है। इनमें से एक किसी अन्य को दी जाएगी। उमाकांत उमराव के पास श्रम, खनिज और पशुपालन विभाग है। उनके विभागों को भी दूसरे अफसरों में बांटा जाना है। शिक्षा विभाग से सचिव संजय गोयल के साथ ही आयुक्त लोक शिक्षण शिल्पा गुप्ता और राज्य शिक्षा केन्द्र के अफसरों को बदला जाना है। इनमें शिल्पा गुप्ता और हरजिंदर सिंह की कार्यशैली को लेकर जनप्रतिनिधियों की शिकायत है। इसलिए उन्हें बदला जाना है। अशोक बर्णवाल के पास कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ सहकारिता और वन विभाग की जिम्मेदारी भी है। इनमें से कोई एक विभाग उनसे लिया जा सकता है।
एक दर्जन कलेक्टर बदले जाएंगे-
मैदानी स्तर पर कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ और नगर निगम आयुक्तों को लेकर भी 360 डिग्री एंगल से आंकलन किया जा रहा है। एक दर्जन से अधिक मैदानी अफसरों को बदला जाना है। कुछ कमिश्नर भी बदले जाएंगे। बड़े जिलों के कलेक्टर बदले जाएंगे। दतिया में कलेक्टर सत्रह दिन बाद मिल पाया था। 360 डिग्री एंगल से विश्लेषण के चलते यह समय लगा था। अभी भी कई कलेक्टर ऐसे है जो यह तय मानकर बैठे है कि उन्हें मैदानी पोस्टिंग से हटना है और छह माह में भी सरकार उन्हें नहीं बदल पाई है। अब जल्द ही इन्हें इधर से उधर किया जाएगा।