न्यायालयीन प्रकरण के चलते दो साल से अटका था IAS का प्रमोशन, डीपीसी में हुआ क्लियर

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भोपाल: मध्यप्रदेश में अब एक और आईएएस कम हो गया है। न्यायालयीन प्रकरण के चलते उन्हें दो साल से मध्यप्रदेश में प्रमोशन नहीं मिल पा रहा था। अब डीपीसी में उन्हें प्रमोशन भी मिला और उन्होंने तेलंगाना की युवा आईएएस से विवाह के बाद मध्यप्रदेश कॉडर छोड़ने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने उन्हें केरल कॉडर के लिए मध्यप्रदेश से कार्यमुक्त कर दिया है।
मध्यप्रदेश कॉडर के 2016 बैच के आईएएस अधिकारी आशीष सांगवान को एक जनवरी 2020 से वरिष्ठ समयमान वेतनमान दिया जाना था। इसके लिए छानबीन समिति की बैठक हुई तो उनके खिलाफ चंडीगढ़ उच्च न्यायालय में विचाराधीन अभियोग के चलते पदोन्नति नहीं दी गई और उनकी प्रमोशन सिफारिश लिफाफा बंद कर दी गई। दूसरी बार भी डीपीसी होंने पर समिति ने प्रमोशन के लिए उनके लिफाफे को लिफाफे में बंद रखने का निर्णय लिया।

पांच अक्टूबर 2016 को उनके विरुद्ध दर्ज अभियोग को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस साल जुलाई में समाप्त कर दिया था। न्यायालय ने इस मामले में आशीष के विरुद्ध अग्रिम कार्यवाही नहीं किए जाने और प्रकरण को दाखिल रिकार्ड किए जाने के आदेश पारित किये। एसपी अंबाला ने अगस्त में सामान्य प्रशासन विभाग को यह जानकारी भेजी। विजिलेंस क्लीयरेंस मिलने के बाद वर्ष 2019 में उनको वरिष्ठ समयमान वेतनमान दिए जाने के लिए समिति द्वारा की गई अनुशंसाओं का बंद लिफाफा खोला गया। समिति ने सांगवान को वरिष्ठ समय वेतनमान दिए जाने के लिए उपयुक्त पाया इसके बाद समिति की अनुशंसा पर आशीष को एक जनवरी 2020 से वरिष्ठ वेतनमान देने का निर्णय लिया गया। उन्हें 2016 बैच के उनसे कनिष्ठ सिद्धार्थ जैन को दिए गए वरिष्ठ समयमान वेतनमान की तिथि से ही प्रमोशन का लाभ देने का निर्णय लेते हुए जीएडी ने उन्हें काल्पनिक पदोन्नति प्रदान करते हुए उपसचिव बनाया था।
इधर आशीष सांगवान ने अपनी बैचमेट आईएएस तेलंगाना संवर्ग की वल्लूरु कांति से विवाह के आधार पर तेलंगाना कॉडर आबंटित किए जाने की मांग की थी। डीओपीटी ने उन्हें तेलंगाना संवर्ग में स्थाानांतरित कर दिया है। राज्य सरकार ने उन्हें तेलंगाना संवर्ग में कार्यभार ग्रहण करने के लिए कार्यमुक्त भी कर दिया है। अब आशीष सांगवान मध्यप्रदेश की नौकरी छोड़ तेलंगाना में काम करेंगे।