IAS वरदमूर्ति मिश्रा का राजनीति में प्रवेश ,नयी राजनितिक पार्टी बनाई

514

प्रशासनिक सेवा से राजनीति में आए पूर्व आईएएस डॉ वरद मूर्ति मिश्रा  ने कहा कि, ‘प्रदेश में सरकार पर कर्ज लगातार बढ़ रहा है। शिक्षित युवा बेरोजगार काम न मिलने से प्रताड़ित हैं। करोड़ों रुपए से प्रदेश में सरकारी अस्पताल बन रहे हैं। आधे से अधिक मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं। भाजपा-कांग्रेस के राजनेता केवल मुद्दों से भटकाकर सरकार में आना चाहते हैं। प्रदेश में अब तीसरे मोर्चे की आवश्यकता है महीने पहले सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने वाले IAS वरदमूर्ति मिश्रा ने अब पॉलिटिक्स में एंट्री की है। उन्होंने वास्तविक भारत पार्टी (वाभापा) के नाम से नई पॉलिटिकल पार्टी बनाई है। पार्टी अगले साल होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने कैंडिडेट्स उतारेगी।IAS वरद मूर्ति ने 1 जून 2022 को इस्तीफा दे दिया था। उन्हें 17 जनवरी 2022 को आईएएस बनाया गया था। वे 7 साल बाद अगस्त 2029 में रिटायर होने वाले थे, लेकिन राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण उन्होंने वीआरएस ले ली। इसके बाद से वे राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए मध्य प्रदेश के जिलों में घूम रहे हैं।

मिश्रा पिछली कमलनाथ सरकार में मुख्यमंत्री कार्यालय में बतौर उपसचिव पदस्थ थे। बाद में कमलनाथ ने उन्हें छिंदवाड़ा भेज दिया था। वहां से लौटने के बाद वह खनिज निगम में पदस्थ थे। वे पूर्व सीएम कमलनाथ के विश्वसनीय अधिकारी माने जाते थे। हालांकि, राजनीतिक दल बनाने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि 15 महीने की कमलनाथ सरकार भाजपा की ही राहों पर थी।