अज्ञानता से पाप हो जाए तो पापो का प्रायश्चित हैं, देवी भागवत : पंडित अश्विनी शास्त्री

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अज्ञानता से पाप हो जाए तो पापो का प्रायश्चित हैं, देवी भागवत : पंडित अश्विनी शास्त्री

Ratlam : श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट श्री शिव आराधना महोत्सव समिति द्वारा जन सहयोग से कालिका माता मंदिर प्रांगण में श्रीदेवी भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है कथा प्रारंभ होने से पहले पोथी की शोभायात्रा निकाली गई। समिति प्रवक्ता राकेश पोरवाल ने बताया कि पोथी पूजन समिति अध्यक्ष मोहनलाल भट्ट,ट्रस्ट अध्यक्ष राजाराम मोतियानी,ट्रस्टी हरीश कुमार बिंदल,राधावल्लभ पुरोहित,दीपक पुरोहित आदि ने किया।

कथा वाचन करते हुए पंडित अश्विनी शास्त्री ने कहां की मन,वचन,कर्म से ज्ञान से अथवा अज्ञान से पाप हो जाए तो समस्त पापों का प्रायश्चित देवी भागवत हैं।जो इसका श्रवण करता हैं पापों से मुक्त हो जाता हैं।उन्होंने कहा कि जितने भी पुराण लिखे गए हैं उनमें से केवल देवी महापुराण ऐसा पुराण हैं जिसे महर्षि वेदव्यास जी ने लिखा हैं तथा उसका वाचन भी किया हैं।उन्होंने कहा कि महाराजा परीक्षित ने समिक ऋषि के गले में मरा हुआ सर्प डालकर अपराध किया था ऋषि पुत्र श्रृंगी ऋषि ने महाराजा परीक्षित को श्राप दिया था कि 7 दिनों में तक्षक उनको डस लेगा तथा उनकी अकाल मृत्यु होगी तक्षक के डसने से परीक्षित की अकाल मृत्यु हुई।महाराजा परीक्षित की मुक्ति के लिए राजा जनमेजय को देवी भागवत महर्षि वेदव्यास ने सुनाई उन्होंने कहा कि महाराजा जनमेजय ने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए सर्पेस्टी यज्ञ किया था।

तथा सारे तक्षकों को जलाकर भस्म कर दिया था।पंडित शास्त्री ने कहा कि अकाल मृत्यु 5 तरह से होती हैं,जल में डूबने से,आग में जलने से,विषपान करने से,सांप के काटने से,आत्म हनन करने से अकाल मृत्यु होती है तथा जिसकी अकाल मृत्यु होती हैं वह प्रेत योनी में चला जाता हैं इस योनी से छुटकारा पाने के लिए देवी भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए, उन्होंने कहा कि इस संसार में दो ही दुख हैं,पहला दुख जन्म लेने पर तथा दूसरा दुख मृत्यु होने पर जब व्यक्ति जन्म लेता है तो मां को 1 हजार बिच्छू डंक मारे इतना असहनीय दर्द होता हैं किंतु मां व्यक्त नहीं करती हैं,उसी प्रकार मृत्यु होने पर असहनीय दुख होता हैं।कथा के अंत में आरती कर प्रसाद वितरित की गई इस अवसर पर अनेकों नागरिक मौजूद थे। संचालन एडवोकेट कैलाश व्यास ने किया।प्रवक्ता पोरवाल ने बताया की श्रीदेवी भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक होगी श्रद्धालु इसका लाभ लें।