गबन-धोखाधड़ी की जानकारी मुख्यालय को नहीं दी तो नपेंगे बैंक प्रबंधक

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भोपाल: प्रदेश के जिला सहकारी बैंकों और उनकी शाखाओं में होंने वाले गबन, धोखाधड़ी की जानकारी तत्काल बैंक मुख्यालय और वरिष्ठ कार्यालयों को नहीं देने वाले और उन पर कार्यवाही नहीं करने वाले शाखा प्रबंधकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अपैक्स बैंक के प्रशासक और सहकारिता आयुक्त नरेश पाल ने कहा है कि सहकारी बैंक ईमानदारी से काम करेंगे तथी सहकारी आंदोलन का विकास हो पाएगा।

वे सहकारिता विभाग, अपैक्स बैंक और बैंक शाखाओं के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र और केरल की सहकारी समितियां बहुत अच्छी तरह से काम करती है। उसी तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी काम करने का प्रयास करना होगा। नाबार्ड के एजीएम हृदयेश कुमार ने इस मौके पर कहा कि सहकारी बैंको में अंकेक्षण का महत्व और अनिवार्यता जरुरी है ताकि गड़बड़ी की संभावनाओं को कम किया जा सके।

मध्यप्रदेश की यह पहली कार्यशाला है जिसमें सहकारिता विभाग के अधिकारी, चार्टर्ड एकाउंटेंट, अपैक्स बैंक, जिला बैंक और उनकी शाखाओं के अधिकारी उपस्थित हुए।

कार्यशाला में बताया गया कि सहकारी बैंकों की शाखाओं में कहां-कहां किस स्तर पर क्या असावधानियां होती है जिससे गड़बड़ी होती है। इन्हें रोका जाना चाहिए। कार्यशाला में बताया गया कि निरीक्षण रोस्टर अनुसार निरीक्षण नहीं किए जाते है। इंटर बैंकिंग, इंटर ब्रांच, ब्रांच टू पैक्स, एसएसएस अलर्ट जारी नहीं होने और अलर्ट जारी होने पर ध्यान नहीं दिए जाते है। इसके अलीावा सीबीएस अंतर्गत प्राप्त पासवर्ड का अन्य कर्मचारी द्वारा दुरुपयोग किया जाता है, सीबीएस सिस्टम अंतर्गत बैंक द्वारा निर्धारित सीमाओं से अधिक जाकर अथवा केवायसी अपडेट न होने पर भी आर्थिक अनुमतियां दी जाती है। जिला बैंक मुख्यालय द्वारा Appraisal रिपोर्ट सहित अन्य सभी सीबीएस रिपोर्टस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी और बैंक लेखाधिकारियों द्वारा निगरानी नहीं रखी जाती है। इसके चलते गड़बड़ियां होती है। इन सभी असावधानियों का ध्यान रखकर इन्हें रोका जाना चाहिए।