

illegal Indian Immigrant :अमेरिका के अवैध प्रवासियों की हुई वतन वापसी,सात लाख 25 हजार अवैध भारतीय प्रवासी !
अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 ग्लोबमास्टर बुधवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इस विमान से 104 अवैध भारतीय प्रवासी स्वदेश आए।अमेरिका में डंकी रूट के जरिए एंट्री करने के दो रास्ते अहम हैं. पहला- कनाडा बॉर्डर. दूसरा- मेक्सिको बॉर्डर.
डंकी रूट के जरिए भारत से अमेरिका तक पहुंच पहुंचाने का सारा काम अवैध और गैरकानूनी होता है. इस तरीके से अमेरिका पहुंचने में दिन नहीं, बल्कि कई हफ्ते या महीने लग जाते हैं.
अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 ग्लोबमास्टर बुधवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। इस विमान से 104 अवैध भारतीय प्रवासी स्वदेश आए। इनमें 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा दो चंडीगढ़ से हैं। अमेरिका से अवैध प्रवासियों को निकालकर उनके देश भेजा जा रहा है। अमेरिका में करीब 18 हजार अवैध भारतीय प्रवासियों की पहचान हुई है जिन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इन अवैध अप्रवासियों को लेकर कई सवाल हैं। जैसे कि अमेरिका में इनकी संख्या कितनी है। आखिर बिना वैध दस्तावेजों और प्रक्रिया के ये अमेरिका कैसे पहुंच जाते हैं, इन्हें सीमा पार कौन कराता है, वहां जाकर ये करते क्या हैं और कहां ठहरते हैं? आखिर ये अवैध तरीके से वहां जाते क्यों हैं? ऐसे तमाम प्रश्न हैं जो लोगों को परेशान करते हैं।
प्यू रिसर्च की 2024 की रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका में सात लाख 25 हजार अवैध भारतीय प्रवासी हैं
रिपोर्टों की मानें तो अवैध तरीके से अमेरिका में भारतीयों के दाखिल होने का सिलसिला आज का नहीं है, यह दशकों पुराना है। हां, शुरुआत में यह संख्या कम जरूर थी, लेकिन बीते दशकों में इसमें काफी तेजी आ गई। प्यू रिसर्च की 2024 की रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका में सात लाख 25 हजार अवैध भारतीय प्रवासी हैं जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं है। हालांकि, यह संख्या अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की तुलना में काफी कम है। अमेरिका में जितने अवैध प्रवासी अभी हैं, उसमें अवैध भारतीयों की संख्या केवल तीन प्रतिशत है। इसी अवैध भारतीय प्रवासियों पर यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सेक्युरिटी का डाटा कहता है कि 2022 तक अमेरिका में करीब दो लाख बीस हजार अवैध भारतीय रहते थे। विभाग का कहना है कि ये अवैध भारतीय अमेरिका के अलग-अलग शहरों फ्लोरिडा, टेक्सास, कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क, जॉर्जिया, मैरीलैंड और नॉर्थ कैरोलिना में रहते हैं और इन शहरों के गैस स्टेशनों, ग्रॉसरी स्टोर, मोटेल्स और रेस्टोरेंट में काम करते हैं।