
निमरानी इंडस्ट्रियल एरिया में अवैध यूरिया भंडारण व मिलावट का भंडाफोड़, गोदाम सील, सैकड़ो बैग ट्रक सहित जब्त
खरगोन : खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाने के तहत आने वाले निमरानी इंडस्ट्रियल एरिया में नेशनल फर्टिलाइज़र लिमिटेड (NFL) के यूरिया के अवैध भंडारण और संदिग्ध मिलावट का बड़ा मामला सामने आया है। शुक्रवार देर रात पुलिस ने गोदाम पर छापा मारकर भारी मात्रा में यूरिया और अन्य सामग्री बरामद की और मामला दर्ज किया।
पुलिस के अनुसार, सीनियर एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ऑफिसर बी.एस. सेंगर की शिकायत पर गुजरात निवासी महेंद्र हफ़्दा, और सुपरवाइज़र सत्यराज सिंह के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम और धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने चौंकाने वाला तथ्य बताया कि यह गोदाम वर्ष 2010 में इंदौर निवासी दिनेश पाटीदार को आवंटित किया गया था, लेकिन उद्योग स्थापित न करने पर 2015 में इसका आवंटन निरस्त कर दिया गया था।

शुक्रवार रात भारतीय किसान संघ की सूचना पर प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने महाकाल ट्रेडर्स के गोदाम पर छापा मारा। निरीक्षण के दौरान अवैध भंडारण और यूरिया के संदिग्ध उपयोग का खुलासा हुआ, जिसके बाद गोदाम को तत्काल सील कर दिया गया।
छापे में 268 बैग NFL यूरिया, जो एक गोदाम में एक ट्रक में अवैध रूप से लदे हुए थे, इसके अलावा 45 बैग NFL यूरिया और 215 बैग इंडस्ट्रियल सॉल्ट, 431 बिना लेबल के पिसे हुए यूरिया के बैग, 4050 खाली बिना लेबल की बोरियाँ और ग्राइंडर मशीन, सिलाई मशीन और वेट मशीन जब्त की गयीं।
सेंगर ने बताया कि ग्राइंडर की मदद से यूरिया को पीसकर बिना लेबल की बोरियों में पैक किया जा रहा था।
उन्होंने आशंका जताई कि इस पिसे हुए यूरिया को संभवतः नकली पोटाश बनाकर बेचा जा रहा था, क्योंकि पोटाश महंगा और विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है। यूरिया में रंग मिलाकर इसे आसानी से पोटाश जैसा दिखाया जा सकता है।
इसके अलावा, एक और संभावना यह भी है कि पिसे हुए यूरिया को जैविक खाद में मिलाकर उसे ऑर्गेनिक खाद के रूप में बेचा जा रहा हो। पिसे हुए यूरिया के नमूने जब्त कर प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं।





