Bhopal : हम 2004 में जिला पंचायत सदस्य बन गए थे और 2008 से अब तक विधायक रहे। भाजपा में जाने के बाद हारने पर मायूस होकर कहा ‘अभे बीच में हम हार गए, क्योंकि पार्टी बदल लई इसलिए, नहीं तो हमें कोउ नहीं हरा पात!’ ये पीड़ा इमरती देवी की है, जो कांग्रेस से भाजपा में आकर उपचुनाव हार गई थी।
कमलनाथ सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाने वाले तत्कालीन सरकार के मंत्री और विधायकों में से एक विधायक इमरती देवी को अभी भी उप चुनाव में हार का दुख साल रहा है। वे इस मुद्दे पर खुलकर अभी तक नहीं बोली! लेकिन, एक स्वयंसेवी संस्था (NGO) के कार्यक्रम में उनकी जुबान पर यह दर्द छलक ही गया। उन्होंने कहा कि पार्टी बदल इसलिए वे चुनाव हार गईं, नहीं तो उन्हें कोई नहीं हरा पाता। इस पर कांग्रेस ने एक बार फिर इन सभी को गद्दार कहते हुए तंज कसा है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों और विधायकों ने मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। इस राजनीतिक घटनाक्रम से तत्कालीन कमलनाथ की कांग्रेस सरकार गिर गई थी। इसके बाद शिवराज सरकार बनी और उपचुनाव में उन मंत्री-विधायकों में से कुछ हार गए थे। इनमें कमलनाथ सरकार में मंत्री रही, इमरती देवी भी थी। वे 2008 के बाद से लगातार चुनाव जीतती रही और उपचुनाव में हार की वजह से इमरती देवी को जनप्रतिनिधि के रूप में सक्रियता कम हो गई थी। हाल ही में सरकार ने उन्हें लघु उद्योग निगम का अध्यक्ष बनाया गया है। ( यह वीडियो कब का है, इसकी सही जानकारी नहीं है और इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि मीडियावाला नहीं करता)