Inauguration of Flyovers : इंदौर में मुख्यमंत्री ने 4 फ्लाईओवर का लोकार्पण किया!
जनता की समस्या को देखते हुए, जितना ब्रिज बना उतना शुरू किया!
Indore : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि इंदौर जो करता है, सबसे अलग करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा के मौके पर शहर को आज चार फ्लाईओवर की बड़ी सौगात मिली हैं। यातायात की समस्या को हल करते हुए इंदौर को प्रायोरिटी पर लिया गया है। इंदौर में ट्रैफिक समस्या को देखते हुए फ्लाईओवर बनाने की श्रृंखला बनी है, जो निरंतर जारी रहेगी।
विकास के नए पैमाने पर इंदौर के मास्टर प्लान को लेकर काम किया जा रहा है, जिसके परिणाम जल्द आएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यात्रियों की समस्या को देखते हुए लोकार्पण करने का नया तरीका निकाला हैं। पहले ब्रिज बनने के बाद लोकार्पण करते थे, हमने थोड़ा बदलाव किया हैं। जनता की समस्या को देखते हुए अभी जितना ब्रिज बना है उतना ही शुरू कर रहे हैं। इससे लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि विकास निरंतर जारी रहेगा।
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इंदौर प्रदेश में विकास, उन्नति, प्रगति, व्यापार, व्यवसाय और कला, साहित्य, संस्कृति सबके लिए एक विशेष पहचान रखता हैं। इंदौर से मध्य प्रदेश की पहचान है जो हमारे लिए गर्व और आनंद की बात हैं। मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने आज इंदौर प्रवास के दौरान आज यह बात कही।
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सीएम बोले- फूटी कोठी गया भाड़ में
ओवरब्रिज के शिलान्यास के शिलालेख पर ब्रिज के नामकरण के कारण उठे विवाद को लेकर सीएम ने कहा कि ब्रिज का नामकरण सेवालाल महाराज के नाम से किया जा रहा है। फूटी कोठी नामकरण गया भाड़ में। हम क्यों फूठी कोठी को याद करें।
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मंत्री विजयवर्गीय बोले-चोरों की मां पकड़ में नहीं आ रही
कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इंदौर में 25 से ज्यादा ब्रिज और अंडर ब्रिज की जरूरत है। कांग्रेस के शासनकाल में इंदौर में सिर्फ दो ब्रिज थे। भाजपा के शासनकाल में 28 ब्रिज बन गए। हम विकास के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक की समस्या है। दूसरी समस्या नशे की है। हमें पुलिस की कार्रवाई से संतोष है, लेकिन संतुष्टि नहीं है। चोर पकड़ में रहे हैं, लेकिन चोर की मां पकड़ में नहीं आ रही है। इंदौर में प्रतापगढ़ से नशा आता है। मुझे तो नशे के सौदागरों के नाम भी मालूम है। हमें इंदौर में नशे को जड़ से खत्म करना है। इंदौर अहिल्या माता की नगरी है। यहां संस्कार है, संस्कृति है। महिलाएं रात को निडर होकर निकलती हैं, लेकिन कई बार नशा करने वाले शहर को बदनाम करते हैं।
अन्य चौराहों पर भी ब्रिज जरूरी : सिलावट
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि कई वर्षों से ट्रैफिक की समस्या शहर के प्रमुख चौराहों पर है, लेकिन चार चौराहों पर अब समस्या समाप्त हो गई है। यहां तय समयसीमा में इंदौर विकास प्राधिकरण ने ब्रिज बना दिए। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य चौराहों पर भी ब्रिज की जरुरत है।
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समारोह में विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, गोलू शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। तबीयत खराब होने के कारण क्षेत्रीय विधायक मालिनी गौड़ नहीं आ सकीं। ब्रिज का नामकरण संत सेवालाल महाराज के नाम से किया गया। आभार एकलव्य गौड़ ने माना।
हर चौराहा पार करने में पांच से सात मिनट का समय बचेगा
चार चौराहों पर ब्रिज बनने से वाहन चालकों को चौराहा पार करने में समय बचेगा। फूठी कोठी और भंवरकुआ चौराहे सुबह और शाम के समय ज्यादा ट्रैफिक रहता है। सिग्नल पर वाहन चालकों को पांच से सात मिनट तक खड़े रहना पड़ता है, क्योंकि कई बार दूसरी बार सिग्नल हरा होने पर चौराहा पार करने की बारी आती है, लेकिन अब यह समय बचेगा। लवकुश चौराहा, खजराना चौराहा पर एक-एक भुजा पर ट्रैफिक शुरू हुआ है। खजराना चौराहा पर विजय नगर की तरफ आने वाले वाहन चालकों को राहत मिलेगी, जबकि बंगाली काॅलोनी की तरफ जाने वालों को सिग्नल पर रुकना पड़ेगा। इसी तरह लवकुश चौराहे पर एमआर-10 की तरफ आने वाले वाहनों को सिग्नल पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।