Incharge Ministers: पहली बार बने मंत्री प्रभार के जिलों पर दे रहे ध्यान,सीनियर मंत्रियों की लगातार बनी हुई है दूरी
भोपाल: प्रदेश सरकार के मंत्रियों को सात महीने बाद मिले जिलों के प्रभार के बाद भी कई मंत्रियों ने अपने प्रभार के जिलों का पहला दौरा नहीं किया है। अपने प्रभार के जिलों में दौरे नहीं करने वालों में सीनियर मंत्रियों की संख्या ज्यादा है। जबकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी को निर्देश दिए थे कि वे महीने में एक बार अपने प्रभार वाले जिले में जरुर जाएं, लेकिन प्रभार मिले सवा महीना हो चुका है, लेकिन कई मंत्री अभी तक जिलों में नहीं पहुंचे हैं।
अधिकांश मंत्रियों को दो-दो जिलों का प्रभार दिया गया है। आठ मंत्रियों को एक-एक जिले का प्रभार है। जिनके पास एक-एक जिले का प्रभार है, वे सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में पहुंच चुके हैं। लेकिन जिन मंत्रियों के पास दो जिले हैं उनमें से कई मंत्री सवा महीने में एक ही जिले में पहुंच हैं। इसमें से अधिकांश स्वतंत्रता दिवस पर आयोजन में शामिल होने के लिए अपने प्रभार वाले जिलों में पहुंचे थे। इसी दिन कुछ मंत्रियों ने जिलों में अफसरों की बैठक ली थी। इसके बाद अधिकांश मंत्रियों का दौरा दूसरी बार जिलों में नही हुआ है।
किसके पास किस जिले का प्रभार
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जबलपुर, देवास, राजेंद्र शुक्ल सागर, शहडोल, मंत्री विजय शाह रतलाम, झाबुआ, कैलाश विजयवर्गीय सतना, धार, प्रहलाद पटेल भिंड, रीवा, राकेश सिंह छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, करण सिंह वर्मा मुरैना, सिवनी, उदय प्रताप सिंह बालाघाट, कटनी, सम्पत्यिा उइके सिंगरौली, अलीराजपुर, तुलसीराम सिलावट ग्वालियर, बुरहानपुर, रामनिवास रावत मंडला, दमोह, एंदल सिंह कंषाना दतिया, छतरपुर, निर्मला भूरिया मंदसौर, नीमच, गोविंद सिंह राजपूत नरसिंहपुर, गुना, विश्वास सारंग खरगोन, हरदा, नारायण सिंह कुशवाह शाजापुर, निवाड़ी, नागर सिंह चौहान आगर, उमरिया, प्रद्युम्न सिंह चौहान शिवपुरी, पांढुर्णा, राकेश शुक्ला श्योपुर, अशोक नगर, चेतन्य कश्यप भोपाल, राजगढ़, इंदर सिंह परमार पन्ना बडवानी, कृष्णा गौर सीहोर, टीकमगढ़ का प्रभार है।