

Incomplete Bridge : मालवा मिल-पाटनीपुरा पुल 90 दिन में बनना था, अभी कोई उम्मीद नहीं!
वादों और बाधाओं के बीच इस पुल की अधूरी कहानी, चुनौतियों की फेहरिस्त भी लंबी
Indore : मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच बन रहे नए पुल के निर्माण कार्य ने स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में चिंता पैदा कर दी। महापौर ने 90 दिन में कार्य पूर्ण करने के बड़े-बड़े वादों के बावजूद, कई बाधाओं ने इस परियोजना को देरी की ओर धकेल दिया। नगर निगम की अपर्याप्त योजना और प्रबंधन ने इस देरी को और बढ़ाया है।
पुल निर्माण में कई अड़चनें सामने आईं। कुछ मकानों के मालिकों ने स्टे ले लिया, तो कुछ मकान धंसने की कगार पर पहुंच गए। नर्मदा पाइपलाइन और बिजली के खंभों की शिफ्टिंग में भी काफी समय लगा। क्योंकि, स्थानीय लोगों ने अपने घरों के सामने खंभे लगाने का विरोध किया। इसके अलावा, पुल के नक्शे में बार-बार बदलाव हुए। क्योंकि, ड्रेनेज लाइन और बिजली के खंभों की स्थिति की सटीक जानकारी नगर निगम के पास नहीं थी। ड्रेनेज चैंबर और लाइनों की जानकारी के अभाव में कागजी योजना और वास्तविकता में अंतर आया, जिससे निर्माण कार्य और जटिल हो गया।
इस पुल की खासियत ये बताई गई
मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच बन रहा यह नया पुल 30 मीटर चौड़ा और 21 मीटर लंबा होगा। बरसात के मौसम में कार्य को गति देने के लिए तीसरे पिलर की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। रात-दिन काम करके पिलर को जल्द खड़ा करने और छत का कार्य शुरू करने की योजना है। सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार जल्द ही एक हिस्से में छत के लिए जाल बिछाने का काम शुरू करेगा।
समय सीमा और अधूरी उम्मीदें
90 दिनों में काम पूरा होने का दावा अब अवास्तविक लगता है। सूत्रों का कहना है कि यह कार्य 100 दिनों से अधिक समय ले सकता है। इसके बावजूद, ठेकेदार और नगर निगम जल्द से जल्द कार्य समाप्त करने के लिए प्रयासरत हैं। उम्मीद है कि 15 अगस्त तक कुछ हद तक कार्य पूर्ण हो जाएगा।
दो पुल और ट्रैफिक व्यवस्था
मालवा मिल-पाटनीपुरा पुल के निर्माण के कारण जंजीरवाला से पलासिया के बीच प्रस्तावित पुल का कार्य फ़िलहाल स्थगित है। इस पुल पर केवल चौड़ीकरण का काम होना है। निर्माण पूरा होने के बाद ट्रैफिक को मालवा मिल पुल के माध्यम से डायवर्ट किया जाएगा, जिससे जंजीरवाला-पलासिया मार्ग पर यातायात सुगम हो सके।
मालवा मिल-पाटनीपुरा पुल निर्माण में देरी और चुनौतियों ने नगर निगम की तैयारियों और दावों की पोल खोल दी। रात-दिन चल रहे कार्य और ठेकेदार की सक्रियता से उम्मीद है कि यह परियोजना जल्द ही शहरवासियों को राहत प्रदान करेगी। व्यापारियों और स्थानीय लोगों को अब बस इंतजार है कि यह पुल जल्द से जल्द बनकर ट्रैफिक और आवागमन को सुगम बनाए।