INDIA Alliance Meeting : दो दिन की बैठक में लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर कई अहम फैसले!
Mumbai : 26 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ ने शुक्रवार को मुंबई में आयोजित बैठक के दौरान आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। इंडिया (INDIA) गठबंधन की बैठक का आज दूसरा और अंतिम दिन था। इस बैठक में विपक्ष की ज्यादातर पार्टियों के नेता शामिल हुए। इसमें कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में विपक्षी दलों ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति से लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की। खासतौर पर लोकसभा चुनाव को लेकर किस राज्य में किस पार्टी को कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने हैं, इसे लेकर भी इस बैठक में बातचीत हुई।
मुंबई की इस बैठक में इस गठबंधन के संयोजक के नाम को लेकर भी चर्चा की बात कही गई। इस दौरान एक कोआर्डिनेशन कमेटी का भी गठन हुआ। इस समिति में संजय राउत, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी जैसे कई नेता शामिल किए गए। बैठक के बाद ‘इंडिया’ के शीर्ष नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया जिसमें शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता आदित्य ठाकरे ने बैठक में स्वीकार किए प्रस्तावों को पढ़कर सुनाया। इस बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए गए हैं :
(1) सीट बंटवारे की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी
(2) इंडिया के घटक दल अपना संचार और मीडिया रणनीति और चुनाव अभियान जुड़ेगा भारत और जीतेगा। (3) बैठक में चार समितियां बनाने का फ़ैसला किया गया। ‘इंडिया’ की कोआर्डिनेशन समिति में केसी वेणु गोपाल, शरद पवार, स्टालिन, संजय राउत, टी राजा, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, राघव चड्ढा, जावेद अली ख़ान को जगह दी गई है! इसके अलावा ललन सिंह, हेमंत सोरेन, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्लाह को भी कमेटी में जगह दी गई।
कांग्रेस ने यह प्रस्ताव ट्वीट करते हुए लिखा कि लोकसभा का अगला चुनाव साथ मिलकर लड़ने के लिए इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) के विभिन्न दलों का संकल्प।
तीन पैराग्राफ के इस प्रस्ताव में कहा गया ‘हम, इंडिया के विभिन्न दल, लोकसभा का अगला चुनाव जहां तक संभव हो, एक साथ मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं। विभिन्न राज्यों में सीट के बंटवारे की व्यवस्था तुरंत शुरू होगी और विचार-विमर्श की सहयोग वाली भावना के साथ यथाशीघ्र पूरी की जाएगी।’
इस प्रस्ताव के अनुसार ‘हम, इंडिया के विभिन्न दल, लोगों की चिंता और महत्व के मामलों पर देश के विभिन्न हिस्सों में जल्द से जल्द सार्वजनिक रैलियां आयोजित करने का संकल्प लेते हैं। प्रस्ताव के अंत में कहा गया ‘हम, इंडिया के विभिन्न दल, विभिन्न भाषाओं में ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ थीम के साथ अपनी संबंधित संचार और मीडिया रणनीतियों और मुहिमों का समन्वय करने का संकल्प लेते हैं।’
इस प्रस्ताव के सबसे नीचे इंडिया के दलों का नारा ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ लिखा है। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा ‘मुझे भरोसा है कि इंडिया गठबंधन बीजेपी को आसानी से हराएगा।’
उन्होंने कहा ‘इस मंच पर बैठी सारी पार्टियां यदि एकजुट रहती हैं, तो हमें हराना नामुमकिन है। हमने कल की अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हमारे प्रधानमंत्री और एक व्यक्ति के बीच की सांठगांठ है। हम इस सांठगांठ को उजागर करते रहेंगे।
एक अरब डॉलर हिंदुस्तान से बाहर गया है और फिर देश में आया है. नरेंद्र मोदी ग़रीबों से पैसे छीनकर दो तीन लोगों तक पहुंचा रहे हैं. यहां मंच पर बैठे नेता देश के 60 प्रतिशत लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमें लगता है कि इंडिया एलायंस बीजेपी को आसानी से हरा देगा। मैं देख रहा हूं कि इंडिया गठबंधन के सभी दलों ने उदारता दिखाई है। हम सब में थोड़ा बहुत मतभेद है, लेकिन इसे दूर किया जाएगा।’
राहुल ने कहा ‘चीनियों से केंद्र सरकार ने समझौता किया
राहुल गांधी ने लद्दाख में बिताए अपने समय के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने लद्दाख में एक सप्ताह बिताया। मैं पैंगोंग झील में गया था, जिसके सामने चीनी मौजूद हैं। मैंने लद्दाख के लोगों के साथ विस्तार से चर्चा की, शायद लद्दाख के बाहर किसी भी राजनेता की ये सबसे विस्तार से हुई चर्चा होगी। उन्होंने मुझे स्पष्ट रूप से बताया कि चीनियों ने भारतीय जमीन ले ली, उन्होंने कहा कि पीएम इस तथ्य के बारे में झूठ बोल रहे हैं कि चीनियों ने भारतीय जमीन नहीं ली है।
उन्होंने आगे बताया कि लद्दाख का हर एक व्यक्ति जानता है कि भारत के लोगों और लद्दाख के लोगों को भारत सरकार ने धोखा दिया। स्पष्ट रूप से सरकार और चीन के बीच एक समझौता हुआ है। सीमाओं पर स्पष्ट रूप से बदलाव हुआ है। हमारे चरवाहों ने खुद हमें बताया कि उन्हें उन क्षेत्रों में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जहां उन्हें पहले जाने की अनुमति दी जाती थी। लद्दाख में जो कुछ हुआ है वह बेहद शर्मनाक है।’
राहुल गांधी से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के दौरान हुई बातचीत की जानकारी दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने जो तय किया है, उस प्रस्ताव पर काम करेंगे। गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाएंगे। ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का गलत इस्तेमाल हो रहा है। ऐसा कभी नहीं हुआ। मैं 55 साल से राजनीति में हूं. ऐसा कभी नहीं देखा।
खड़गे बोले कि बिना हमें बताए संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। मणिपुर जल रहा था, चीन ने जब ज़मीन हड़प ली, कोरोना चल रहा था, नोटबंदी के वक्त, प्रवासी मजदूर जब परेशान थे, तब संसद का सत्र नहीं बुलाया। आहिस्ता, आहिस्ता तानाशाही की ओर जा रहे हैं।
ये पार्टियों का नहीं 140 करोड़ अलायंस
‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये जो इंडिया एलायंस है, वो 26 या 28 पार्टियों का एलायंस नहीं, बल्कि देश के 140 करोड़ लोगों का एलायंस है। उन्होंने कहा कि हमें दुख होता है कि ये जो मोदी सरकार है, वो देश की सबसे करप्ट सरकार है। हम तीन-चार दिनों से पढ़ रहे हैं कि विदेशों में खबर छप रहे हैं कि भारत की सरकार केवल एक आदमी के लिए काम कर रही है। इसे सुनकर दुख होता है। आज लोगों की आमदनी नहीं है। युवा पढ़कर बेरोजगार हैं। इससे ज़्यादा अहंकारी सरकार कभी नहीं रही।
बहुत बहुत बड़ी ताक़तें इस इंडिया एलायंस को तोड़ने की कोशिशों में लगेगी। नेताओं के बारे में बताया जाएगा कि इनके बीच झगड़े हो रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। यह बताकर खुशी हो रही है कि सभी दलों ने विभिन्न तरह की ज़िम्मेदारियां ली हैं।
राजद और जदयू के शीर्ष नेताओं ने अपनी बात रखी
‘इंडिया गठबंधन’ के सबसे अहम घटक दल राजद और जदयू के शीर्ष नेताओं लालू यादव और नीतीश कुमार ने अपनी बात रखी। नीतीश कुमार ने इस दौरान कहा कि आप सबको मालूम है कि आज तीसरी बैठक हो गई। आप लोगों को बता दिया है कि किन किन चीज़ों पर सहमति बन गई। अब हम लोग विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को संबोधित करेंगे।
नीतीश कुमार बोले कि अब जो केंद्र में हैं, वो हारेंगे। यह तय हो गया है। मीडिया पर ही कब्जा कर लिया। ये कम करते हैं और ज़्यादा छपते हैं। आप प्रेस वाले आजाद होंगे। नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा कि ‘अब हम सब एक हो गए हैं, तो हमारे कामों का प्रचार करते रहिएगा।