Indian Laung Mirch :कुछ ख़ास है कुछ पास है: तीखे की रानी “लौंग मिर्च “
हम लोग तो इसे लौंग मिर्च कहते हैं।जिसे खाने से अच्छे-अच्छे व्यक्ति की हालत खराब हो जाती है कल मैने कहीं पढ़ा था कि इसे कोन मिर्च भी कहते हैं क्योंकि इसका आकार आइस्क्रीम के कोन जैसा होता है।
ये मिर्च आकार में बेहद छोटी होती है लेकिन तीखे में सब मिर्ची का बाप है मेरे ख्याल से भूत झोलकिया के बाद तीखे में इसी का नाम आता होगा।
ये स्वत उगने वाली मिर्च है आप इसे प्रकृति का उपहार कह सकते हैं। इसकी पकी हुई मिर्च बुलबुल चिड़िया का पसंदीदा आहार है। संभवतः बुलबुल ही इस मिर्च के स्वत उगने का कारण भी है।
मिर्च तो सब एक जैसी होती है कुछ ज्यादा तीखी कुछ कम तीखी लेकिन इस मिर्च का तीखापन भी एकदम अलग होता है। ये ऐसा स्वाद है कि एक बार आपकी जीभ को इसका स्वाद लग जाए तो आप इसे ही ढूंढते फिरेंगे।
भोजन के साथ हरी मिर्च खाना पसंद करने वालों के लिए पहली पसंद है। ये आकार में भले बेहद छोटी होती हो परंतु एक मिर्च में ही आप सारा भोजन खा लेगे।
यदि आपको कही ये उगी मिल जाए तो संरक्षित कर लिजिए क्योंकि बीज तो आपको मिलने से रहा।
कारण?
इतनी स्वादिष्ट होती है कि आप ही सारी हरी खा जायेगे और यदि आपसे बच भी गई और पक गई तो बुलबुल नहीं छोड़ेगी इसलिए इसके बीज नही बल्कि पौधा बचाइए और लगाइए।
अरूणिमा सिंह