भारतीय महिला क्रिकेट टीम फाइनल में पहुंची,भारतीय महिला टीम ने टी20 क्रिकेट के सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 4 रन से

हराकर फाइनल में जगह बनाई, इस बेहद बड़े मुकाबले में भारतीय टीम की हर खिलाड़ी ने अपने नब्ज पर काबू रखकर इंग्लैंड को गोल्ड की रेस से बाहर कर दिया।

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स्मृति मंधाना ने रखी जीत की बुनियाद
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। स्मृति मंधाना ने क्रीज पर आते ही करारे शॉट लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने पहले विकेट के लिए शेफाली वर्मा के साथ 47 गेंदों पर 76 रन की साझेदारी की जिसमें 61 रन अकेले मंधाना के बल्ले से आए। इस भारतीय सलामी बल्लेबाज ने 32 गेंदों पर 190.62 की स्ट्राइक रेट से 61 रन बनाए जिसमें 8 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
जेमिमा ने आखिर के ओवरों में बनाए ताबड़तोड़ रन
बारबाडोस के खिलाफ पिछले मैच में शानदार हाफ सेंचुरी लगाने वाली जेमिमा गोड्रिगेज ने इस अहम मुकाबले में 31 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए जिसमें 7 चौके शामिल थे। 17वें ओवर के खत्म होने पर जेमिमा के खाते में 22 गेंदों पर 20 रन थे, यानी बाद के तीन ओवर में उन्होंने 9 गेंदों पर 24 रन जोड़े जिसमें 5 चौके शामिल थे। उनकी इस तेजतर्रार पारी ने भारत को 20 ओवर के खात्मे पर 5 विकेट पर 164 रन तक पहुंचा दिया।
टीम वर्क से मिली रोमांचक जीत
इंग्लैंड ने 165 रन का पीछा करते हुए तेज शुरुआत की। भारतीय टीम की सबसे घातक गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर शुरू से ही लय में नहीं दिखीं। हालांकि दीप्ति शर्मा ने 28 के स्कोर पर इंग्लैंड को पहला झटका जरूर दिया पर रेणुका की खराब लय के कारण भारतीय गेंदबाजी बैकफुट पर नजर आई। ऐसी परिस्थिति में हरमनप्रीत एंड कंपनी ने एक टीम के रूप में इंग्लैंड पर दबाव बनाया। भारत ने टॉप और मिडिल ऑर्डर के 3 इंग्लिश बल्लेबाजों को रन आउट कर गेंदबाजों को मुश्किल स्थिति से बाहर आने का रास्ता खोल दिया। इंग्लैंड की टॉप स्कोरर और जीत की राह की सबसे बड़ी बाधा नैट स्काइवर को भी भारतीय टीम ने रन आउट करके ही पवेलियन भेजा। स्काइवर ने 41 रन बनाए और उनके पवेलियन लौटते ही भारतीय टीम ने इस मैच को 4 रन से जीतकर इतिहास रच दिया। भारत की ओर से सर्वाधिक 2 विकेट स्नेह राणा ने लिया जबकि दीप्ति को 1 विकेट मिला।