India’s Road Network No 2 in World : सड़क नेटवर्क में हम दुनिया में दूसरे नंबर पर!
New Delhi : मोदी सरकार के विकास कार्यों से भारत का सड़क नेटवर्क 9 साल में 59% बढ़कर दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया। आज हमारा सड़क नेटवर्क करीब 1,45,240 किलोमीटर है। जबकि, वित्त वर्ष 2013-14 में यह सिर्फ 91,287 किलोमीटर था। इस तरह देश के सड़क नेटवर्क में 9 साल में 59% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
यह जानकारी केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी। नितिन गडकरी ने मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियों पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज भारत का सड़क नेटवर्क अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। इस दौरान सड़क निर्माण के क्षेत्र में भारत ने 7 विश्व रिकॉर्ड कायम किए।
टोल राजस्व बढ़ा, समय घटा
गडकरी ने कहा कि 9 साल में टोल से मिलने वाला राजस्व भी 4,770 करोड़ रुपए से बढ़कर 41,342 करोड़ रुपए हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा टोल राजस्व को वर्ष 2030 तक 1.30 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का है। टोल संग्रह के लिए ‘फास्टैग प्रणाली’ का इस्तेमाल होने से टोल प्लाजा पर वाहनों के इंतजार करने का समय भी घटकर 47 सेकंड रह गया। उन्होंने कहा कि सरकार इस समय को 30 सेकंड के भीतर लाने के लिए कुछ और कदम उठा रही है।
इथेनॉल वाहनों की वकालत
बुनियादी ढांचे के विकास, सड़क कनेक्टिविटी के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के बारे में बोलते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि हम नए वाहन ला रहे हैं जो पूरी तरह से इथेनॉल पर चलेंगे। बजाज, टीवीएस और हीरो स्कूटर 100 प्रतिशत इथेनॉल पर चलेंगे। उन्होंने कहा ‘अगर आप इसकी तुलना पेट्रोल से करेंगे तो सस्ता यह पड़ेगा, क्योंकि इथेनॉल का रेट 60 रुपए है, जबकि पेट्रोल का 120 रुपए प्रति लीटर। साथ ही यह 40% बिजली पैदा करेगा।’
अपना पैसा एनएचएआई में निवेश करें
पत्रकारों और अन्य वेतनभोगी कर्मचारियों से आग्रह करते हुए नितिन गडकरी ने NHAI में अपना पैसा निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ‘एनएचएआई ने बाजार में बड़ी विश्वसनीयता अर्जित की है और लोग वहां निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपसे एनएचएआई में निवेश करने का आग्रह करता हूं। बैंक आपको 5.5% की ब्याज दर देते हैं। लेकिन, एनएचएआई प्रति माह 8.05% ब्याज दे रहा है। एनएचएआई ने बाजार में बहुत सम्मान अर्जित किया। उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों, ठेकेदारों, श्रमिकों और अन्य अधिकारियों की सराहना की, जो बेहतर ढांचागत विकास के लिए उनके साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का मुद्दा मिट गया, क्योंकि सब कुछ डिजिटल और पारदर्शी हो गया है।