Indore Alert : Omicron से बचाव के लिए प्रशासन ने बैठक बुलाई

राधा स्वामी कोविड केयर सेंटर को तीन महीने बाद फिर शुरू किया गया

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Indore : कलेक्टर मनीष सिंह शहर में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के संभावित हमले से पहले तैयारी कर रहे हैं। रवींद्र नाट्य गृह में आज रात एक बड़ी बैठक किए जाने की जानकारी मिली है। इस बैठक में नगर निगम, स्वास्थ्य अधिकारियों के अलावा बड़े अस्पतालों के डॉक्टर्स भी शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक कलेक्टर ने शहर में ओमीक्रोन (Omicron) वेरिएंट होने की आशंका जताई है। उन्होंने अधिकारियों को सैंपलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं।

इंदौर में ओमिक्रोन (Omicron) को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर मोड पर आ गया है। कलेक्टर ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी जताई है। राधा स्वामी कोविड सेंटर में फिर से बड़े स्तर पर बेड की संख्या बढ़ाने और तैयारियों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। अभी 60 बेड तैयार किए गए हैं। अब उन्हें बढ़ाने के निर्देश दिए गए। ओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट को लेकर इंदौर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। किसी भी लापरवाही और चूक से बचने के लिए कलेक्टर नगर निगम और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों की बड़ी बैठक ले रहे हैं। इंदौर में ओमिक्रोन (Omicron) से जंग लड़ने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने कहा कि आने वाले दिनों में शहर में ओमीक्रोन (Omicron) आ सकता है।

प्रशासन ने शहर के सभी अस्पतालों को एक बार फिर कोरोना के लिए तैयार होने के निर्देश दिए हैं। निजी अस्पताल संचालक और डॉक्टरों के साथ रात कलेक्टर मनीष सिंह इसी मकसद को लेकर बड़ी बैठक कर रहे हैं। जिन अस्पतालों में 50 से ज्यादा बेड हैं, उन अस्पतालों को कुछ बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रखना होगा।

राधास्वामी सेंटर तैयार

कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रान की आशंका के चलते इंदौर विकास प्राधिकरण ने एक बार फिर बंद पड़े राधास्वामी सेंटर को खोल दिया है। यहां मरीजों के लिए 60 बिस्तर लगाने के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य व्यवस्थाएं जुटाई जा रही है, ताकि मरीज आने पर उनका बेहतर इलाज हो सके। पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार सामने आने लगे हैं। सात दिन में मरीजों का आंकड़ा 50 से अधिक पहुंच गया है, जिससे प्रशासन के सामने चिंता बढ़ने लगी है। संक्रमण रोकने तेजी से सैम्पलिंग के साथ वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए जिलेभर के 300 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों को लगाया गया है। प्रशासन की मंशा है कि दूसरा डोज भी शत-प्रतिशत लोगों को लग जाए, जिससे संक्रमण की संभावना नगण्य रहे।

समेट लिया था सामान

जुलाई-अगस्त तक यहां मरीजों को भर्ती करने का सिलसिला चलता रहा। एकदम से मरीज कम होने के बाद सेंटर से सामान समेट लिया था। प्रशासन की अनुमति से धार्मिक आयोजन होने लगे थे। करीब तीन माह बाद इसे फिर खोल दिया गया है। हालांकि, वर्तमान में यहां 2-3 मरीजों को उपचार हो रहा है। इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ और राधास्वामी सेंटर के प्रभारी विवेक श्रोत्रिय ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते राधास्वामी सेंटर पर फिर से बिस्तर व अन्य व्यवस्थाएं जुटाई गई है। अभी 60 बिस्तर तैयार किए हैं। मरीज अधिक आए तो उन्हें सीधे यहां भर्ती किया जाएगा।