Indore Building Collapse Update: चाचा-भतीजी की मौत, 12 घायल,4 गंभीर

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Indore Building Collapse Update: चाचा-भतीजी की मौत, 12 घायल,4 गंभीर

 

इंदौर: Indore Building Collapse Update: इंदौर में कल रात एक तीन मंजिला बिल्डिंग के अचानक गिर जाने से चाचा-भतीजी की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।

 

इंदौर के रानीपुरा क्षेत्र के कोष्टी मोहल्ला, जवाहर मार्ग पार्किंग के पास सोमवार रात बड़ा हादसा हुआ। बारिश से कमजोर हुई एक तीन मंजिला जर्जर इमारत रात करीब 9 बजे अचानक भरभराकर गिर गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं।

 

*मृतक: चाचा-भतीजी की दर्दनाक मौत*

मृतकों की पहचान अल्फिया (20 वर्ष) और उनके चाचा फ़हीम-मुद्दीन एंसीरी के रूप में हुई है।

दोनों मलबे में दब गए थे और बचावकर्मियों ने निकालने के बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

 

*घायल और अस्पताल में भर्ती*

हादसे में 12 लोग घायल हुए, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।

सभी घायलों का इलाज महाराजा यशवंतराव (MYH) अस्पताल में किया जा रहा है।

डॉक्टरों ने बताया कि कई घायलों को सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं।

 

*हादसे का कारण*

इमारत पहले से पुरानी और जर्जर थी।

दीवारों में दरारें थीं और लगातार हुई बारिश से नींव कमजोर हो गई थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि इमारत की हालत खराब होने की शिकायत पहले भी की गई थी, लेकिन समय रहते कार्रवाई नहीं हुई।

 

*बचाव और राहत कार्य*

 

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और नगर निगम की टीमों ने मोर्चा संभाला।

देर रात तक मलबा हटाने और लोगों को निकालने का कार्य जारी रहा।

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महापौर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर शिवम वर्मा, पुलिस कमिश्नर और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।

आसपास की बिजली लाइनें टूटने से तत्काल बिजली सप्लाई बंद की गई ताकि कोई और हादसा न हो।

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*अब तक की कार्रवाई* 

जिला प्रशासन ने इमारत गिरने की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।

यह पता लगाया जा रहा है कि इमारत की संरचना कब और कैसे बनी, और क्या इसमें किसी तरह की लापरवाही हुई।

घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन ने ली है।

मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की घोषणा जल्द की जाएगी।

इंदौर की यह त्रासदी फिर से सवाल खड़े करती है कि शहर में जर्जर इमारतों की समय पर पहचान और मरम्मत क्यों नहीं हो पाती। चाचा-भतीजी की मौत ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है, वहीं घायल अब भी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। प्रशासन ने जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।