Indore : नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए हो रही मतगणना में अभी तक की स्थिति के अनुसार भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक भार्गव की जीत की अधिकृत घोषणा नहीं हुई, पर रुझानों को देखते हुए कांग्रेस के उम्मीदवार संजय शुक्ला ने अपनी हार स्वीकार ली।
काउंटिंग के दौरान शुक्ला ने भार्गव को गले लगाकर जीत की बधाई दी। इससे पहले लगातार आ रहे रुझानों के दौरान शुक्ला खासे मायूस नजर आए।
भार्गव हर राउंड में कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय शुक्ला पर लीड लेने और बनाए रखने में कामयाब रहे। उन्होंने राउंड दर राउंड अपनी बढ़त को न केवल बरकरार रखा, बल्कि उसमें खासा इजाफा भी करते गए।
27वें राउंड के बाद भाजपा के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव एक लाख 20 हजार से ज्यादा मतों से आगे चल रहे थे।
शहर के 85 वार्ड में से 64 वार्डों में भाजपा पार्षद उम्मीदवार आगे, 18 सीटों पर कांग्रेसी आगे। तीन वार्ड में निर्दलीय आगे। 32 में से 18 चरणों तक कि वोटों की गिनती हो चुकी है।
डाक मतपत्रों की गिनती के लिए चार टेबल पर कुल 2669 मतों की गिनती हुई। वहीं 85 वार्डों के लिए 6 जुलाई को हुए मतदान की मतगणना हुई।
सभी पार्षद और महापौर प्रत्याशी सुबह से ही नेहरू स्टेडियम पहुंच गए थे। कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने नेहरू स्टेडियम पहुंचने से पहले खजराना गणेश का आशीर्वाद लिया।
सुबह करीब 8.30 बजे नेहरू स्टेडियम के बाहर एंट्री को लेकर कांग्रेस के संजय शुक्ला की एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी से बहस हुई। शुक्ला बोले में महापौर प्रत्याशी हूं मुझे कैसे रोका जा रहा है, मैं इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से करूंगा। एडीएम पवन जैन की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। संजय शुक्ला ने धरने की भी चेतावनी दी।
भार्गव ने आभार जताया
पुष्यमित्र भार्गव ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा ‘आभार इंदौर! मुझ अकिंचित को अपना अपार आशीर्वाद और असीमित स्नेह प्रदान करने के लिए कृतज्ञ हूं। … आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि आपके हर स्वप्न को पूरा करने और आपकी प्रत्येक आकांक्षा को पूर्ण करने हेतु संकल्पबद्ध होकर कार्य करता रहूंगा। इससे पहले एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘स्वर्णिम युग लाएंगे, मन में धारें दृढ़ निश्चय। इंदौर का गौरव बढ़ाएंगे, होगी चहुं ओर जय-जय!’
भाजपा उम्मीदवार आगे
मतगणना को लेकर नेहरू स्टेडियम में सुबह से ही माहौल बनने लगा था। यहां महापौर पद के अलावा निगम के 85 वार्डों के पार्षदों के लिए मतगणना जारी है। महापौर पद के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी संजय शुक्ला और भाजपा प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के बीच सीधी टक्कर थी। शाम 7 बजे तक की स्थिति भाजपा के पक्ष में साफ दिखाई देने लगी थी और भार्गव बड़ी जीत की ओर अग्रसर थे। इंदौर नगर निगम चुनाव में भाजपा के महापौर पद के प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव अपनी जीत तय होते ही मतगणना स्थल नेहरू स्टेडियम पहुंचे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला स्टेडियम से रवाना हो गए। कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला और अन्य नेता ने परिणाम देख नेहरू स्टेडियम में चिंतन मनन की मुद्रा में एक जगह एकत्र हो बैठे नजर आए।
भाजपा कार्यालय में भीड़
जैसे-जैसे शहर में भाजपा प्रत्याशियों की जीत की खबर आ रही थी, वैसे ही शहर के भाजपा कार्यालय के बाहर समर्थकों की भीड़ जमने लगी थी। साथ ही भाजपा के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव की बढ़त के साथ ही उनके घर पर जीत का जश्न मनना शुरू हो चुका था। समर्थक ढोल पर नाचते हुए जश्न मना रहे थे।
ईवीएम की सील टूटी, हंगामा
8वें राउंड के बाद वार्ड नंबर 28 में भाजपा की ज्योति शरद पंवार 805 वोट से आगे। यहां एक ईवीएम की सील टूटी मिलने पर हंगामा हुआ था और रीकाउंटिंग हुई। वार्ड 60 में साउथ तोड़े की ईवीएम की सील टूटी मिलने पर भी विवाद और हंगामा हुआ। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, सड़कों पर भाजपा का माहौल बनने लगा था। स्टेडियम के बाहर भी समर्थकों की भीड़ थी। भाजपा कार्यालय के बाहर भी समर्थकों का जमावड़ा दोपहर से ही दिखने लगा था।
उषा ठाकुर समर्थक गौर हारे
मंत्री उषा ठाकुर के खास समर्थक संतोष सिंह गौर वार्ड 10 बाणगंगा से चुनाव हारे । उन्हें भल्लू यादव की बहू विनीता यादव चुनाव हराया । इस वार्ड में खुद उषा ठाकुर रात दिन लगी थी। याद रहे उषा ठाकुर ने ही भल्लू यादव को विधानसभा चुनाव 2003 में हराया था।
कांग्रेस की आपत्ति
वार्ड नंबर 27 के एक बूथ पर ईवीएम पर साइन नहीं होने पर की कांग्रेस ने आपत्ति। कांग्रेस का कहना था कि इस ईवीएम पर अधिकारी के साइन नहीं हैं, तो इसे कैसे मान्य किया जा सकता है। इंदौर में चुनावी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति एवं कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोला गया।