Indore : शहर में कांग्रेस की राजनीति औपचारिकता तक सीमित हो गई। विरोध की राजनीति में कांग्रेस का रुख बार-बार बदलता दिखाई दिया।
कांग्रेस को पलक मुछाल और स्वानंद किरकिरे की ‘इंदौर गौरव यात्रा’ की परमिशन नहीं दिए जाने पर मुख्यमंत्री का घेराव करने घोषणा भी वापस ले ली गई।
दोपहर में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने थाने पर जाकर ज्ञापन सौंपकर विरोध की इतिश्री कर ली।
इंदौर गौरव दिवस पर सप्ताह भर तक शहर में हुए आयोजनों में स्थानीय कलाकारों की अनदेखी का आरोप लगाकर कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला और शहर कांग्रेस ने पलक मुछाल और स्वानंद किरकिरे की ‘इंदौर गौरव यात्रा’ निकलने का ऐलान किया था।
लेकिन, इसकी परमिशन नहीं मिली तो सोमवार को ऐलान कर दिया कि मंगलवार को मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा।
लेकिन, मंगलवार को कांग्रेस इस विरोध के इस आयोजन से भी पीछे हट गई। कांग्रेस के नेताओं ने विरोध स्वरूप सिर्फ बाणगंगा थाने पर जाकर ज्ञापन सौंपा।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और विधायक संजय शुक्ला ने 31 मई को इंदौर की गायिका पलक मुछाल और गीतकार स्वानंद किरकिरे के साथ अलग से यात्रा निकालने की घोषणा की थी।
30 मई को कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने कांग्रेस विधायक को यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी।
इसके बाद कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घेराव की घोषणा कर दी है। सोमवार शाम को मुख्यमंत्री का एयरपोर्ट पर घेराव का कार्यक्रम जारी किया गया।
मंगलवार सुबह कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन में बदलाव कर ऐलान कर दिया है कि मुख्यमंत्री का घेराव नहीं किया जाएगा। दोपहर में बाणगंगा थाने जाकर थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंप दिया गया।