Indore Janmashtami Celebrations : दो साल बाद इस बार भारी धूम रहेगी जन्माष्टमी पर!
Indore : पूरे शहर में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म को लेकर भारी उत्साह है। इसके चलते लगभग सभी मंदिरों में भगवान का जन्मोत्सव मनाने की जोर शोर से तैयारियां की गई। कोरोना काल के चलते दो साल से अनेक स्थानों पर आयोजन नहीं हुए और श्रद्धालु भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिरों में कम ही पहुंच रहे थे। लेकिन, अब जब कोरोना का भय नहीं है, तो इस बार सभी का उत्साह चरम पर है।
इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर शुक्रवार को पर्वकाल में अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र नहीं रहेगा, फिर भी जन्माष्टमी मनाई जाएगी। शहर में वैष्णव मत और स्मार्त मत के अनुसार अलग-अलग दिन जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। स्मार्त मत मानने वाले गुरुवार रात को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाएंगे, वहीं वैष्णव मत मानने वाले शुक्रवार को जन्माष्टमी का पर्व मनाएंगे।
आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक ने बताया कि योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य भाद्रपद मास, कृष्णपक्ष, अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र व वृषभ राशि के चंद्रमा में अर्धरात्रि को हुआ था। इस वर्ष उपयुक्त योग अर्धरात्रि में प्राप्त नहीं हो रहे हैं। सामान्यतः: जन्माष्टमी पर्व मनाने में दो मत प्रमुख स्मार्त व वैष्णव मत हैं। स्मार्त मतावलंबी पर्वकाल में अष्टमी तिथि को प्रमुख मानते हैं। वहीं वैष्णव मत सूर्योदयकालीन अष्टमी तिथि को मानते हैं।
इस वर्ष गुरुवार को सूर्योदयकालीन सप्तमी तिथि है जो रात को 9.20 बजे तक रहेगी। इसके बाद में अष्टमी प्रारंभ होगी जो दूसरे दिन शुक्रवार को रात्रि 10.58 बजे तक रहेगी। शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र रात 1.52 बजे के बाद प्रारंभ होगा। इस प्रकार शुक्रवार को पर्वकाल में न तो अष्टमी तिथि न रोहिणी नक्षत्र रहेगा, फिर भी वैष्णव मतानुसार सूर्योदयकालीन अष्टमी तिथि होने से जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।
गोपाल मंदिर, बांके बिहारी मंदिर
शहर के गोपाल मंदिर और बांके बिहारी मंदिर में पर्व स्मार्त मत के अनुसार गुरुवार को मनेगा। सामान्य: वैष्णव मत की प्रमुखता है। इसके अलावा गीता भवन समेत अन्य कृष्ण मंदिरों में भी जन्माष्टमी का पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। आम लोगों द्वारा शुक्रवार रात को ही जन्माष्टमी पर्व मनाए जाने की तैयारी की जा रही है।
यशोदा मंदिर, इस्कॉन मंदिर
शहर में यशोदा माता मंदिर व इस्कॉन मंदिर में वैष्णव मत के अनुसार शुक्रवार को परंपरागत विधान से अर्धरात्रि में पर्व मनाया जाएगा। शासन ने भी जन्माष्टमी पर्व का अवकाश शुक्रवार को ही घोषित किया है। इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा-वृंदावन में भी पर्व शुक्रवार को ही मनाया जाएगा।
51 फीट की मटकी
संस्था सृजन द्वारा शुक्रवार को गोराकुंड पर पिछले 16 वर्षों से होने वाले मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन इस बार भी किया जाएगा। अध्यक्ष कमलेश खंडेलवाल ने बताया कि आयोजन के लिए शहर की 16 टीमों ने आने की स्वीकृति दी है। इसमें मुंबई, देवास, महू, धार, राऊ, देपालपुर, बेटमा की टीमें हिस्सा लेंगी। मटकी फोड़ने वाली टीम को 51 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।