Indore MP: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर जिला प्रशासन सतर्क
कोरोना से लोक स्वास्थ्य के बचाव हेतु इंदौर जिले में अभी से किया जाएगा पुख्ता इंतजाम
कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई
कलेक्टर श्री सिंह ने ली सभी राजस्व अधिकारियों, जेडएमओ, बीएमओ एवं मेडिकल टीम की बैठक
इंदौर: कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि इंदौर जिले तथा गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे शहरों के मध्य लोगों का आवागमन नियमित रूप से बना रहता है। इसलिए जब इन शहरों में कोरोना संक्रमण फैलता है तो उसका सीधा प्रभाव इंदौर पर भी पड़ता है। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को जिले में फैलने से रोकने के लिए और लोक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए हमें अभी से तैयारियां शुरू करनी होंगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने आज कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को जिले में फैलने से रोकने के लिए बेहतर कार्य नीति बनाने हेतु सभी एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जेडएमओ, बीएमओ, आरआरटी एवं सेंपलिंग टीम की बैठक ली। बैठक में प्रभारी नगर निगम आयुक्त सुश्री भव्या मित्तल, जिला पंचायत सीईओ श्री हिमांशु चंद्र, एडीएम श्री पवन जैन सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि नए वेरिएंट के इंदौर में आने की संभावना को देखते हुए जिले में कोरोना संक्रमित लोगों की जिनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन अधिक तेजी से फैलता है। इसलिए हमें अभी से ही इससे बचाव हेतु पुख्ता इंतजाम करना शुरू करना होगा। जिले में कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज हेतु शेष रह गए लोगों को प्रेरित कर जल्द से जल्द वैक्सीन का डोज लगवाना सुनिश्चित करना होगा। इसके साथ ही लोगों को पूर्व की भांति सतर्कता अपनानी होगी।
नियमित रूप से मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना एवं सैनिटाइजर का प्रयोग करना होगा। उन्होंने सभी एसडीएम एवं तहसीलदारों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आरआरटी टीम एवं सेंपलिंग टीम को मोबिलाइज कर अधिक से अधिक संख्या में लोगों की जांच कराएं, जिससे यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उसका तुरंत इलाज शुरू कराया जा सकेगा। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से सबसे ज्यादा खतरा उन्हें हैं जिन्हें किसी प्रकार की कोमोरबिडिटी है या जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है एवं उन्होंने कोविड-19 का टीका भी नहीं लगवाया है।
कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में रिजर्व किए जाएंगे बेड
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले के सभी अस्पताल जहां 50 से अधिक बेड क्षमता हैं, उन अस्पतालों के संचालकों से अनुरोध किया जाएगा कि वे अपने अस्पतालों में कुछ प्रतिशत बेड कोरोना के इलाज हेतु अभी से रिजर्व करें, ताकि यदि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उन्हें तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने संबंधित क्षेत्रों में पूर्व में स्थापित किए गए कोविड केयर सेंटर को पुनः स्थापित करें। उन्होंने अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडे़कर को निर्देश दिए कि राधा स्वामी सत्संग सेंटर में बनाए गए कोविड केयर सेंटर को भी दो से तीन दिवस की अवधि में पुनः स्थापित किया जाए।
ऑक्सीजन प्लांट का सैचुरेशन स्टेटस जांचने के दिए निर्देश
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में कुल 46 ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना निर्धारित किया गया था। जिनमें से 43 ऑक्सीजन प्लांट कार्यशील हैं तथा शेष तीन ऑक्सीजन प्लांट भी शीघ्र ही कार्यशील हो जाएंगे। उन्होंने सभी जेडएमओ एवं बीएमओ को निर्देश दिए कि वे निरंतर 12 घंटे इन ऑक्सीजन प्लांट को चलाकर उनकी टेस्टिंग करें, ताकि इनकी सैचुरेशन क्षमता का आंकलन किया जा सके एवं यदि कोई लीकेज है तो उसको भी अभी से ही दूर किया जा सकेगा।
विदेश से आ रहे लोगों के लिए जाएंगे सैंपल
कलेक्टर श्री सिंह ने सीएमएचओ डॉ. बी.एस. सेत्या को निर्देश दिए कि एंबुलेंस संचालकों से भी बात कर एंबुलेंस प्रोक्योरमेंट की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस की संख्या भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सचिव, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से लोगों को वैक्सीनेशन लगाने के लिए प्रेरित तथा अधिक संख्या में सैंपल देने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि विदेशों से आ रहे लोगों के सैंपल जांच की जो त्वरित कार्रवाई अभी की जा रही है उसे भी यथावत रूप से जारी रखा जाए। विदेशों से आ रहे लोगों को अनिवार्य रूप से 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा जाए।
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कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने सख्त निर्देश दिए कि जिले में ऐसे सभी स्कूल जो राज्य शासन द्वारा जारी की गई कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करें और जिन भी स्कूलों में 50 प्रतिशत क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है उनको सील कर तत्काल बंद कराया जाए।