Indore : चार धाम यात्रा पर इंदौर से उत्तराखंड (Uttarakhand) गई एक बुजुर्ग महिला में अपने दल से बिछड़ गई थी। बदहवासी की स्थिति में उत्तराखंड पुलिस ने इंदौर पुलिस (Indore Police) से संपर्क किया। इंदौर पुलिस ने महिला की बेटी से उनकी फोन पर बात करवाई, इसके बाद महिला अब सामान्य स्थिति में है।
चार धाम (Chaar Dham) यात्रा के दौरान अपने दल के बिछड़ने से बदहवासी की स्थिति में पहुंच गई बुजुर्ग महिला उत्तराखंड की रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) पुलिस को मिली थी। उनकी हालत अच्छी नहीं थी। वहां की पुलिस ने इंदौर पुलिस से बात करके पता बताया। जानकारी मिली कि महिला पलासिया थाना क्षेत्र की बड़ी ग्वालटोली की रहने वाली है। पुलिस ने उनके घर का पता निकाला और उस बुजुर्ग महिला की उनकी बेटी से बात करवाई। उसका नतीजा ये रहा कि उस बुजुर्ग महिला की जान में जान आई।
छोटी ग्वालटोली क्षेत्र की कान्ताबाई पति स्व कन्हैयालाल गीता भवन अस्पताल में काम करती हैं। यह बुजुर्ग महिला इंदौर से चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड साथ गई हैं। वे केदारनाथ यात्रा से आते समय अपने ग्रुप से बिछुड़ गई। अकेली होने से बुरी तरह घबरा गई। ऐसी अवस्था में उत्तराखंड पुलिस को सोनप्रयाग कोतवाली, जिला रुद्रप्रयाग गढ़वाल पर मिलीं। सोनप्रयाग पुलिस के आरक्षक महादेव ने थाना छोटी ग्वालटोली इंदौर से संपर्क कर बताया कि इंदौर निवासी एक बुजुर्ग महिला अपने दल से बिछड़ने कारण बहुत ही परेशान और घबराई हुई है। महिला के बेटों के नाम भी बताए गए। थाना प्रभारी सविता चौधरी ने तत्काल सब इंस्पेक्टर टीना शुक्ला एवं पलासिया थाने के आरक्षक श्रवण और दिनेश को भेजकर इनके बारे में पता लगाया। बेटी से उत्तराखंड में उनकी मां से फोन पर बात कराई। जिससे पिछले 4 दिन से अपनों से बिछड़कर यहां-वहां भटक रही मां को आत्म बल मिला।