भोपाल
इंदौर पुलिस देश में संभवतया पहली बार ऐसा प्रयोग कर रही है, जिससे फरार बदमाश और यहां के गुड़े-बदमाशों की खैर नहीं होगी। इंदौर पुलिस सड़कों पर चैकिंग के दौरान ही संदिग्धों के फिंगर प्रिंट लेगी और उसका मिलान करेगी। मिलान में यदि बदमाश के खिलाफ कोई प्रकरण या फरारी में मिला तो उसे तत्काल हिरासत में ले लिया जाएगा। अपनी तरह का पुलिस में संभवता यह पहला प्रयोग हो रहा है।
इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने एक नई शुरूआत की है, जिसमें चैकिंग के दौरान संदेही के फिंगर प्रिंट लेकर पुलिस बायोमेट्रिक मशीन से जांच में पहचान उजागर हो जाएगी। इंदौर पुलिस ने इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। कई महीनों के प्रयास के बाद यह सॉफ्टवेयर तैयार हुआ है। जिसमें अपराधियों का डाटा सेव करने का काम शहर की क्राइम ब्रांच की टीम ने किया है। इसका संचालन सिटीजन क्रॉप एप्लीकेशन के जरिए होगा। चेकिंग में अपराधियों को पकड़ने के लिए इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने प्रभावी कार्यवाही की योजना बनाई थी। इस साफ्टवेयर में फिंगरप्रिंट आधारित क्रिमिनल डाटा अपलोड किया गया है। इस ऐप पर फिलहाल क्राइम ब्रांच की टीम काम करेगी।
इस तरह काम करेगा सिटीजन कॉर्प एप
पुलिस के सिटीजन कॉप एप में जाकर चैकिग करने वाले अफसर लॉगइन होंगे। इसके बाद सर्च क्रिमिनल बाय फिंगरप्रिंट आॅप्शन आएगा। चैकिंग के दौरान मिले संदेही व्यक्ति का फिंगर प्रिंट लेकर बायोमेट्रिक टेस्ट किया जाएगा। मशीन पर संबंधित व्यक्ति के फिंगरप्रिंट आते ही डाटा से मिलान होगा। यदि उस पर केस दर्ज है तो तुरंत जानकारी सामने आ जाएगी। केस के वर्तमान स्टेटस के आधार पर तुरंत उससे पूछताछ की जाएगी। इंदौर पुलिस के इस प्रयोग पर पुलिस मुख्यालय की भी नजर है, यदि यह प्रयोग सफल रहा तो पूरे मध्यप्रदेश में इसे लागू किया जा सकता है।