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Indore Tops in Road Accidents: सड़क हादसों में इंदौर प्रदेश में अव्वल, भोपाल तीसरे पर
Indore : सबसे ज्यादा सड़क हादसे इंदौर में होते हैं। जबलपुर दूसरे नंबर पर है, जबकि भोपाल में एक्सीडेंट में तीसरा नंबर है। इन शहरों के अलावा ग्वालियर इस मामले में चौथे नंबर पर है। मध्यप्रदेश के दो बड़े शहरों इंदौर और भोपाल में सरकार ने पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू की, पर उसका असर इंदौर में दिखाई नहीं दे रहा।
पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (Integrated Road Accident Database) की हाल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक सबसे सड़क हादसों के मामले में इंदौर सबसे अव्वल है। इंदौर अब स्वच्छता के साथ सड़क दुर्घटनाओं में भी नंबर वन बन गया। सबसे ज्यादा मौत भी इंदौर में हुई। ग्वालियर मौत के मामले में नम्बर दो पर है। सबसे कम मौतें भोपाल में हुई।
1 जनवरी से 6 मई 2022 तक IRAD डाटा के अनुसार इंदौर में कुल सड़क हादसे 1134 हुए। इनमें 148 लोगों की मौत और 1048 लोग घायल हुए। जबलपुर में 1058 एक्सीडेंट हुए जिनमें इनमें 92 की मौत और 1335 लोग घायल हुए। भोपाल में 828 सड़क हादसे हुए जिनमें 68 की मौत हुई और 707 घायल हुए। जबकि, ग्वालियर में हुए 674 सड़क हादसों में 97 लोगों की मौत हुई और 679 घायल हुए।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं हाइवे मंत्रालय की पहल पर एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (Integrated Road Accident Database) एप IIT चेन्नई और NIC की मदद से तैयार किया गया है। इस एप के जरिए पुलिस विभाग रोड बनाने वाली एजेंसी के साथ दूसरी एजेंसियां सड़क हादसों का डाटा जुटाने का काम करती है। इस डाटा के जरिए सड़क हादसों को कम करने की कोशिश की जा रही है।
देश में मध्यप्रदेश सड़क हादसों में नंबर वन
IRAD एप में सड़क हादसों का डाटा अपलोड करने के मामले में मध्य प्रदेश देश में अव्वल है। जबकि, नंबर दो पर तमिलनाडु है। भोपाल ट्रैफिक के DCP हंसराज ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। नियमों का पालन करना, शहर की भौगोलिक स्थिति या संयुक्त एजेंसियों के जरिए सुधारात्मक कार्य करने जैसे कई बिंदु है, जिनकी वजह से हादसों को रोका जा सकता है। किसी एक कारण से हादसों को नहीं रोका जा सकता, इसलिए सभी तरीके की एजेंसी एक्सीडेंट पर अंकुश लगाने का काम कर रही है।