Indore-Ujjain Line Doubling : इंदौर-उज्जैन रेल लाइन के दोहरीकरण में 25 केवी की लाइन डाली जाएगी!

कड़छा से बिजाना स्टेशन तक दिसम्बर तक काम पूरा करने की कोशिश!

687

Indore-Ujjain Line Doubling : इंदौर-उज्जैन रेल लाइन के दोहरीकरण में 25 केवी की लाइन डाली जाएगी!

Indore : रेलवे ने इदौर-देवास-उज्जैन रेल मार्ग के दोहरीकरण का 43 किमी हिस्सा कड़छा से बिजाना तक पूरा कर लिया है। अब सिग्नल, इलेक्ट्रिफिकेशन सहित अन्य कामों को गति दे दी गई। रेलवे ने 10 करोड़ से अधिक के इलेक्ट्रिकल कार्य के लिए टेंडर भी जारी कर दिए। इस राशि से सेक्शन के बीच 25 केवी एसी ओएचई लाइन का कार्य किया जाएगा।
इंदौर तक का काम पूरा होने में अभी और समय लगेगा। अधिकारियों के मुताबिक उज्जैन के समीप कड़छा से देवास के आगे काम बिजाना स्टेशन तक दिसम्बर तक काम पूरा करने की कोशिश है। इसके बाद बिजाना से इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन का काम किया जाएगा।

इस दोहरीकरण रेल मार्ग का काम पूरा होने पूरा होने पर ट्रेनों को गति भी मिलेगी और इंदौर से देवास-उज्जैन ट्रेनों का समय भी बचेगा। 2016-17 में इंदौर-देवास के बीच रेल लाइन पर 140% दबाव होने की वजह से और 2016-17 के वार्षिक बजट में रेल मंत्रालय ने इंदौर-उज्जैन मार्ग के दोहरीकरण की घोषणा की थी।

अगले महीने सीआरएस का निरीक्षण
इंदौर-देवास-उज्जैन दोहरीकरण प्रोजेक्ट करीब 79.4 किलोमीटर का काम 650 करोड़ रुपए की लागत से किया जाना है। इसमें सिविल वर्क के अलावा सिग्नलिंग, टीआरडी, इलेक्ट्रिक पावर विभाग तथा अन्य विभागों के खर्च को भी शामिल किया गया है। 15 किलोमीटर का काम पूरा हो गया था। अगले रूट पर कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) से निरीक्षण कराया जाएगा।

10 करोड़ से अधिक का टेंडर
रतलाम मंडल द्वारा जल्द ही इंदौर-देवास-उज्जैन फेज-थ्री के बीच दोहरीकरण के संबंध में उज्जैन से इंदौर के बीच 25 केवीएसी ओएचई (ओवर हेड इलेक्ट्रिक लाइन) की डिजाइन, आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण और कमीशनिंग का कार्य कराया जाएगा। इस रूट पर अब इलेक्ट्रिक वर्क का बेसिक कार्य भी शुरू होगा।

मुश्किल है समय
सीमा में काम रेलवे के जानकारों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट काफी देरी से चल रहा ह। इसकी एक बड़ी वजह है कि काम एक और यानी उज्जैन की और से चल रहा है। प्रोजेक्ट में दोनों और से काम किए जाने की जरूरत है। तब कहीं जाकर टाइम लिमिट में कार्य पूरा हो।