भोपाल:औद्योगिक निवेश बढ़ाने की राह देख रहे मध्यप्रदेश की नजर अब दिल्ली और आगरा जैसे शहरों से हटाए जाने वाले उद्योगो पर है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली-एनसीआर को प्रदूषण से बचाए जाने के लिए वहां से कई उद्योग हटाए जाएंगे। इसी तरह आगरा के भी कई उद्योग दूसरे राज्यों में शिफ्ट होंगे।
मध्यप्रदेश सरकार इन उद्योगपतियों के संपर्क में है और इंजीनियरिंग, फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, आॅटोमोबाइल, टायर, गारमेंट, रिन्यूअल इनर्जी जैसे क्षेत्रों में ये उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश करेंगे।
दिल्ली में दमघोटू प्रदूषण पर एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट सख्त हो गया है। वहां प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को हटाने के निर्देश दिए गए है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली सरकार वहां से कई उद्योगों को हटाने के लिए नोटिस दे चुकी है। इसी तरह आगरा में भी उद्योगों और अन्य प्रदूषण से हमारी विरासत ताजमहल पर संकट आ गया है। जिसके चलते वहां से भी कई उद्योगों को शिफ्ट करने के नोटिस दिए गए है।
फरीदाबाद से भी कई उद्योग शिफ्ट किए जाने है। इन सभी उद्योगों को मध्यप्रदेश सरकार अपने राज्य में लाने को तैयार है। औद्योगिक नीति, निवेश एवं प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला की कई प्रमुख औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधियों से चर्चा हुई है। अगले सप्ताह वे दिल्ली जाने वाले है। वहां जाकर वे इन उद्योगों के सीईओ,संचालक और अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे और मध्यप्रदेश में उपलब्ध औद्योगिक क्षेत्र, यहां उद्योगों की स्थापना पर दी जाने वाली रियायतों और अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।
मध्यप्रदेश में ग्वालियर-बामौर,मालनपुर, इंदौर और एबी रोड पर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में ये उद्योग शुरु हो सकते है। इसके अलावा ग्वालियर, भिंड,मुरैना, दतिया, श्योपुर कला कोटा से भिंड मरैना होते हुए शुरु हो रहे इंडस्ट्रियल कॉरीडोर में आने के लिएभी कुछ कंपनियों ने इच्छा जाहिर की है। कुछ कंपनियां आॅटो मोबाइल के क्षेत्र में और टायर बनाने के लिए दो हजार करोड़ का निवेश करना चाहती है।
इसके अलावा ग्लास बनाने की यूनिट, गारमेंट उद्योग, रिन्यूअल इनर्जी से जुड़ी इंडस्ट्री,इंजीनियरिंग उत्पादोें से जुड़े उद्योग, मैटल उद्योग से जुड़ी औद्योगिक इकाईयों से एक दौर की चर्चा हो चुकी है। इसी सप्ताह मध्यप्रदेश के अफसर फिर दिल्ली जा रहे है वहां फिर इनसे बात होगी। इसके बाद कुछ बड़े निवेशकों के मध्यप्रदेश आने की संभावना बन गई है।
वर्जन-
दिल्ली,एनसीआर और आगरा से कुछ बड़े उद्योग दूसरे राज्यों में शिफ्ट हो रहे है। हमारी उनसे चर्चा चल रही है। ग्लास निर्माण, गारमेंट,रिन्यूअल इनर्जी, आॅटोमोबाइल सेक्टर, टायर निर्माण,इंजीनियरिंग से जुड़े कई उद्योगों के संचालकों से चर्चा चल रही है। अगले सप्ताह इनसे फिर दिल्ली में चर्चा होंनी है। इसके बाद प्रदेश में कई उद्योगों के आने की राह खुल सकती है।
– संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव औद्योगिक निवेश नीति एवं प्रोत्साहन