Inscription in Groove : नंदू भैया के नाम का शिलालेख में मिलने से विवाद!   

बेटे ने सोशल मीडिया पर दुःख जताया, करणी सेना ने इसे मुद्दा बनाया!

810

Inscription in Groove : नंदू भैया के नाम का शिलालेख में मिलने से विवाद!   

   Harda : यहां के नवनिर्मित जिला भाजपा कार्यालय से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे स्व नंदकुमार सिंह चौहान उर्फ़ नंदू भैया के नाम का शिलालेख को नाली में मिलने से विवाद खड़ा हो गया। उनके बेटे हर्ष ने कहा कि पिताजी ने पूरा जीवन समाज सेवा की, उनके नाम के शिलालेख के अपमान से मेरा अंतर्मन व्यथित है। करणी सेना ने भी इसे राजपूत समाज का अपमान बताया।

    भाजपा के नवनिर्मित भाजपा कार्यालय पर शुक्रवार को करणी सेना ने प्रदर्शन भी किया। करणी सेना का आरोप है कि हरदा भाजपा ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के नाम के शिलालेख को नाली में फेंककर उनका और राजपूत समाज का अपमान किया है। करणी सेना के सदस्य भाजपा के नए कार्यालय कमल कुंज गए और वहां पड़े शिलालेख को शुद्व पानी से धोकर साफ किया।

  अध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत ने कहा कि भाजपा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले स्व नंदकुमार सिंह चौहान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ 8 बार सांसद रहे हैं। उन्होंने हमेशा भाजपा के लिए समर्पित रहकर कार्य किया है। लेकिन, हरदा भाजपा कार्यालय में उनके नाम के शिलालेख का अपमान कर उसे अलग रखकर नाली में फेंक दिया। यह उनका ही नहीं पूरे राजपूत समाज का अपमान है।

IMG 20230923 WA0012

     उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकाल का नाम ‘कमल कुंज’ रखा है। इसे बदलकर नंदकुमार चौहान के नाम पर रखा जाए। पार्टी उनके अपमान का जवाब दें, नहीं तो पूरे प्रदेश में राजपूत समाज भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।

IMG 20230923 WA0013

भाजपा जिला अध्यक्ष दुःख जताया 

     इस मामले में भाजपा के जिला अध्यक्ष अमर सिंह मीणा का कहना है कि भाजपा के लिए स्व नंदू भैया हमेशा सम्मानीय रहे हैं और रहेंगे। हमारी पार्टी में किसी भी सामान्य व्यक्ति का अपमान नहीं किया जाता तो फिर स्व चौहान तो हम सभी के प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक रहे हैं। उनका अपमान करने की तो कोई सोच ही नहीं सकता। भाजपा कार्यालय का काम अंतिम चरण में चल रहा है। यहां पर काम करने वाले किसी लेबर ने अनजाने में उस शिलालेख को रख दिया गया होगा। करणी सेना जिस शिलालेख के अपमान की बात कर रहे है, उनमें हमारा भी नाम शामिल है। उस शिलालेख को ससम्मान कार्यालय में स्थापित किया जाएगा।