Instructions on Dangers of Deepfakes : डीपफेक से खतरों से निपटने के लिए जरुरी निर्देश!

मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा 'अगले 10 दिनों में कार्रवाई योग्य सामग्री की पहचान होगी!'

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Instructions on Dangers of Deepfakes : डीपफेक से खतरों से निपटने के लिए जरुरी निर्देश!

New Delhi : दुनियाभर में डीपफेक गंभीर खतरा बनकर उभरा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने डीपफेक के प्रसार की चुनौती को बढ़ा दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सोशल मीडिया मध्यस्थों को इससे निजात पाने और डीपफेक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, रेल और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने डीपफेक पर कार्रवाई करने के लिए शिक्षा जगत, उद्योग निकाय और सोशल मीडिया कंपनियों के प्रतिनिधियों से इस मामले पर बातचीत की। चर्चा के दौरान इस बात पर सहमति बनी कि सरकार, शिक्षा जगत, सोशल मीडिया कंपनियां और NASSCOM संयुक्त रूप से डीपफेक पर रोक की दिशा में काम करेंगे। इस बात पर भी सहमति हुई कि अगले 10 दिन में निम्न चार बिंदुओं पर कार्रवाई योग्य सामग्री की पहचान की जाएगी।

(1) पता लगाना : ऐसी सामग्री पोस्ट करने से पहले और बाद में डीपफेक सामग्री का पता लगाया जाना चाहिए।

(2) रोकथाम : डीपफेक सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए एक प्रभावी तंत्र होना चाहिए।

(3) रिपोर्टिंग : प्रभावी और शीघ्र रिपोर्टिंग और शिकायत निवारण तंत्र उपलब्ध होना चाहिए।

(4) जागरूकता : डीपफेक के मुद्दे पर व्यापक जागरूकता पैदा की जाना चाहिए।

इसके अलावा, तत्काल प्रभाव से डीपफेक के खतरों पर नियंत्रण के लिए जरुरी नियमों का आकलन और मसौदा तैयार करने के लिए एक अभ्यास शुरू करेगा। इस प्रयोजन के लिए MeitY MyGov पोर्टल पर जनता से टिप्पणियाँ आमंत्रित करेगा। इन 4 बिंदुओं को अंतिम रूप देने के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह में संबंधित लोगों के साथ एक बैठक फिर से की जाएगी।