Instructions to Those Who Touch Feet : पैर छूने वालों को केंद्रीय मंत्री की हिदायत, पैर पड़े तो काम नहीं होगा!

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Instructions to Those Who Touch Feet : पैर छूने वालों को केंद्रीय मंत्री की हिदायत, पैर पड़े तो काम नहीं होगा!

उन्होंने कहा कि जिस जनता ने हमें इस पद तक पहुंचाया, उनको सामने कैसे झुकने दें!

Tikamgarh : टीकमगढ़ जिले के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक ने अपने ऑफिस और घर में दो नोटिस चिपकवाए हैं, जिसमें पैर छूने वालों को सख्त हिदायत दी गई। उनके इस अजीब फरमान में पैर छूने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी। इसको लेकर उन्होंने अपने ऑफिस और घर में दो नोटिस भी चस्पा कर दिए हैं। जिसमें लिखा है कि पैर पड़ना सख्त मना है। जबकि, दूसरे पर्चे में लिखा है, जिसने पैर छुए उसके काम की सुनवाई नहीं की जाएगी।

केन्द्रीय मंत्री ने पैर पड़ने की पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा ही यह कुर्सी मिली फिर कैसा छोटा-बड़ा सभी समान हैं। उन्होंने समर्थकों द्वारा पैर पड़े जाने को लेकर नाराजगी जताई ऐसे लोगों को सख्त हिदायत दी। इसको लेकर उन्होंने अपने ऑफिस और घर की दीवार पर एक नोटिस भी चस्पा कर दिया।इसमें लिखा है कि पैर पड़ना सख्त मना है। जबकि, दूसरे पर्चे में लिखा है, जिसने पैर छुए उसके काम की सुनवाई नहीं की जाएगी।

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केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक हमेशा नए अंदाज में और नई सोच और नई पहल के लिए जाने जाते हैं। इनका अंदाज निराला है और उनकी सहजता का हर कोई दीवाना हो जाता है। इस बार उन्होंने अपने बंगले पर नोटिस बोर्ड लगा रखा है। कोई भी ग्रामीण जनता और कार्यकर्ता उनके पैर नहीं छूएगा। उनका साफ कहना है यह पुरानी परंपरा है, जिसे मैं आज से खत्म करता हूं। उनका कहना है जनता सर्वोपरि है। उसी की वजह से हम मंत्री सांसद विधायक बनते हैं, फिर कैसा गुरुर!

उन्होंने कहा कि हमारे देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि ‘सबका साथ सबका विकास’ फिर क्यों जनता जनप्रतिनिधि के पैर छुए। यह गलत है, इससे जनता में गलत संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि जिस जनता ने हमें इस पद और सीट तक पहुंचाया तो फिर हम उनको अपने आगे कैसे झुकने दें, यह गलत है, इसलिए सभी जनप्रतिनिधियों को पैर पड़वाने वाली प्रथा को बंद कर देना चाहिए। डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक अपने कार्यालय में दूर-दूर से आने वाली जनता को कुर्सी पर बिठाकर उनकी समस्या सुनते हैं और समस्या का समाधान करते हैं।