Integrated Traffic Management System : जहां यातायात दबाव ज्यादा वहां की ग्रीन लाइट पहले होगी

14 चौराहों पर 'इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' लगा, 36 पर दूसरे चरण में!

597

Integrated Traffic Management System : जहां यातायात दबाव ज्यादा वहां की ग्रीन लाइट पहले होगी

Indore : शहर का यातायात सुधारने के लिए ‘इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ लगाने की शुरुआत हुई। ट्रैफिक के हिसाब से यातायात संकेतक कार्य करेंगे। शहर के 14 चौराहों पर इन्हें लगाया गया है, बाकी के 36 चौराहों पर इसे बाद में लगाया जाएगा। इस सिस्टम के तहत यदि किसी एक लेन में ट्रैफिक का दबाव ज्यादा हो, तो उस साइड का सिग्नल ऑटोमैटिक ग्रीन हो जाएगा और यातायात दबाव को कम करेगा। यानी यातायात के दबाव को देखते हुए सिग्नल रेड-ग्रीन होंगे।

इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पर यह लाइव होगा। गुरुवार को पलासिया चौराहे पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसका शुभारंभ किया। बेहतर यातायात प्रबंधन में योगदान देने वाले वॉलेंटियर्स को भी इस अवसर पर सम्मानित किया। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को ट्रैफिक मैनेजमेंट में भी नंबर-1 बनाने के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी कंपनी ने इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) के प्रथम चरण का लाइव प्रसारण इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ICCC) पर रहेगा।
इस मौके पर कलेक्टर इलैया राजा टी, पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, निगम आयुक्त हर्षिका सिंह, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया और महापौर परिषद के सदस्य भी उपस्थित थे। महापौर ने कहा कि आईटीएमएस से वाहनों को चौराहों पर रुकने का समय कम होगा। कम समय के कारण ईंधन की भी बचत होगी। निगम द्वारा वायु प्रदूषण के सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों में मदद मिलेगी। इस सिस्टम से ओवर स्पीडिंग भी रुकेगी। यानी तेज गति से वाहन चलाने वालों पर यह निगरानी रखेगा।

WhatsApp Image 2023 10 06 at 10.44.01 AM

सभी 50 चौराहों पर यह सिस्टम लगेगा
आईटीएमएस के तहत शहर के 50 चौराहों पर लगने वाले सिग्नल आपस में जुड़े रहेंगे। अभी स्कीम 78, सत्यसाईं, इंडस्ट्री हाउस, पलासिया, गीता भवन, नौलखा, एमआर-9, रसोमा, शिवाजी वाटिका, एलआईजी, इंदिरा प्रतिमा, लैंटर्न, हुकुमचंद घंटाघर व एक अन्य चौराहे पर स्मार्ट सिग्नल लगाए गए हैं। धीरे-धीरे सभी 50 चौराहों पर यह सिस्टम लगेंगे।

बाकी चौराहों पर दूसरे चरण में
दूसरे चरण में शेष 36 चौराहों पर आईटीएमएस लगेंगे। आईटीएमएस के तहत हर जंक्शन पर अत्याधुनिक सिग्नल, कैमरा, पीए सिस्टम, कंट्रोलर, यूपीएस व पोल लगाया जा रहा है। आईसीसीसी से इन्हें कंट्रोल किया जाएगा। एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम भी शामिल है। रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन, नो हेलमेट डिटेक्शन, रॉन्ग साइड मूवमेंट डिटेक्शन, स्पीड वायलेशन डिटेक्शन की सुविधा भी रहेगी।

इस सिस्टम की खासियत
(1) इंदौर स्मार्ट सिटी अंतर्गत कार्यान्वित एटीएमएस प्रोजेक्ट में इंदौर शहर के 50 चौराहों को लिया गया।
(2) 14 जंक्शन प्रथम चरण में तथा शेष 36 जंक्शन दूसरे चरण में लिए जाएंगे।
(3) प्रत्येक जंक्शन में अत्याधुनिक सिग्नल, कैमरा, पीए सिस्टम, कंट्रोलर, यूपीएस एवं पोल लगाया जा रहा है साथ ही एकीकृत प्रणाली का उपयोग करते हुए आईसीसीसी कंट्रोल रूम से सभी चौराहों को कंट्रोल किया जाना है।
(4) एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम भी इसमें शामिल है।
(5) आईटीएमएस को एनआईसी पोर्टल के साथ इंटीग्रेटेड किया गया है। इससे ई-चालान की कार्यवाही ऑटोमेटिक की जा सकती है।
(6) सभी चौराहों को पुलिस अमले द्वारा आईसीसीसी कंट्रोल रूम से ही ऑपरेट किया जा सकेगा।
(7) आइटम्स में रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन, नो हेलमेट डिटेक्शन, रॉन्ग साइड मूवमेंट डिटेक्शन, स्पीड वायलेशन डिटेक्शन की सुविधा उपलब्ध है।