
Intense search for Big Cat: 8 वर्षीय बालक को मौत के बाद पसरा सन्नाटा, ग्रामीणों में डर व्याप्त
बड़वानी : मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के राजपुर सबडिवीजन में तेंदूए द्वारा 8 वर्षीय बालक को मार डालने की घटना के चलते पसरी खामोशी के बीच सर गर्मी से उसकी तलाश आरंभ कर दी गई है। ग्रामीणों में उसके अगले कदम को लेकर डर व्याप्त है।
बड़वानी के वन मंडलाधिकारी आशीष बंसोड़ ने बताया कि वन विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा राउंड द क्लॉक बिग कैट की तलाश आरंभ कर दी गई है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से जुड़े मक्का के ऊंचे खेतों में तेंदुए के पुराने और नए पगमार्क मिले हैं जिससे यह पता चल रहा है कि वह कुछ दिनों से यहां विचरण कर रहा था।
आज विभिन्न लोकेशनों पर चार पिंजरे और पांच कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर ड्रोन कैमरे से भी तलाश की जाएगी । एक रेस्क्यू टीम को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा गया है। तेंदुए के ट्रेस हो जाने के उपरांत इंदौर से भी एक रेस्क्यू टीम बुलाई जाएगी। इसके अलावा बच्चों को बाहर नहीं निकलने और ग्रामीणों को रात में अकेले नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं।

इस बीच ग्रामीणों ने राजपुर के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर के पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर हंगामा किया। उन्होंने आठ लाख रु के मुआवजे को नाकाफी बताते हुए इसे एक करोड रुपए करने की भी मांग की। उन्होंने मई और जून माह में यहां से 5 किलोमीटर दूर लिम्बई ग्राम में वाइल्ड लाइफ के हमले में 6 मौतों का हवाला देते हुए ग्रामीणों में डर का माहौल होने के चलते अधिक सुरक्षा की मांग की। उन्होंने वन अमले से बेहतर ड्यूटी की अपेक्षा भी की।
हालांकि तीन बच्चों में से एक पुत्र सुभाष को खो चुका उसका पिता मांगीलाल भाभर पूरे समय दुख के कारण खामोश बना रहा। ग्रामीणों को वन विभाग द्वारा किये जा रहे एक्शन, आठ लाख रु मुआवजे की स्वीकृति और बेहतर सुरक्षा के आश्वासन दिए जाने के बाद वे शांत हुए, और इसके बाद पोस्टमार्टम करवाया जा सका।

जिला कलेक्टर काजल जावला ने स्पष्ट किया कि मई व जून माह में राजपुर सबडिवीजन की लिम्बई में हुई 6 मौतों के बाद मुआवजा राशि प्रदान कर दी गई थी, और इस मामले में भी तत्काल कदम उठाते हुए राशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों को अलर्ट कर तेंदुए की तलाश सरगर्मी से की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मई और जून माह में बड़वानी जिले के राजपुर सब डिवीजन के लिम्बई क्षेत्र के 6 लोगों की वाइल्ड लाइफ एनिमल के काटने के बाद रेबीज से हुई मौत हुई थी। इसके बाद एंटी रेबीज वैक्सीन की को जांच हेतु भेजा गया था ,लेकिन फिलहाल इसकी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।





