IOC Member Again : नीता अंबानी फिर IOC की सदस्य चुनी गई, 100% वोट मिले!

2016 में वे पहली बार आईओसी सदस्य बनी, ओलंपिक में पहली बार इंडिया हाउस बनाया गया!

331

IOC Member Again : नीता अंबानी फिर IOC की सदस्य चुनी गई, 100% वोट मिले!

Paris : नीता अंबानी सर्वसम्मति से दोबारा अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आईओसी) की सदस्य चुन ली गई। 93 वोटर्स ने वोट दिए जिसमे नीता अंबानी के पक्ष में सभी 93 वोट पड़े। 2016 में रियो डी जेनेरियो ओलंपिक खेलों में नीता अंबानी पहली बार आईओसी सदस्य चुनी गई थीं।

फिर से सदस्य चुने जाने पर नीता अंबानी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के सदस्य के रूप में फिर चुने जाने पर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूँ। मैं प्रेसिडेंट बाख और आईओसी में अपने सभी सहयोगियों को मुझ पर विश्वास और भरोसे के लिए धन्यवाद दूंगी। यह पुनर्निर्वाचन न केवल मेरे लिए एक व्यक्तिगत मील का पत्थर है, बल्कि वैश्विक खेल क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव को भी दिखाता है। मैं हर भारतीय के साथ खुशी और गर्व के इस पल को साझा करना चाहती हूँ। भारत और दुनिया भर में ओलंपिक आंदोलन को मजबूत करने के लिए मैं हमेशा तत्पर हूँ।

40 साल के इंतजार के बाद नीता अंबानी के नेतृत्व में भारत को आईओसी की वार्षिक बैठक की मेजबानी मिली थी। वर्ष 2023 में मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में इसका सफल आयोजन भी हुआ था। नीता अंबानी की लीडरशिप में ही पहली बार ओलंपिक में इंडिया हाउस बनाया गया। जो पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों, समर्थकों व दर्शकों के लिए भारत से अलग घर की तरह समझा जाता है।

खेलों के विकास को लेकर सक्रिय

रिलायंस फाउंडेशन भारत में खेलों के विकास को लेकर सक्रिय है। इसकी शुरुआत से ही यह भारत में 22.9 मिलियन से अधिक बच्चों और युवाओं तक जमीनी स्तर से लेकर अभिजात वर्ग तक अपने कार्यक्रमों के माध्यम से पहुंचा है। संगठन पूरे भारत में विभिन्न प्रकार के खेलों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। खासकर दूरदराज के इलाकों में जहां खेल और उपकरणों तक पहुंच नहीं है।

भारतीय ओलंपिक संघ के साथ दीर्घकालिक साझेदारी के हिस्से के रूप में, रिलायंस फाउंडेशन इस गर्मी में पेरिस ओलंपिक 2024 में पहला इंडिया हाउस खोल रहा है। इंडिया हाउस एथलीटों के लिए ‘घर से दूर घर’ होगा, जीत का जश्न मनाने और दुनिया के साथ भारत की ओलंपिक यात्रा को साझा करने का स्थान होगा। यह वैश्विक खेलों में एक प्रमुख शक्ति बनने, ओलंपिक में अधिक सफलता को बढ़ावा देने और भविष्य में खेलों की मेजबानी की दिशा में एक मार्ग तैयार करने की भारत की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है।