

IPS Seniorty: MP में 4 महीने पहले IPS बने 4 अफसरों को 9 साल पुरानी सीनियरिटी मिली
मीडियावाला के स्टेट हेड विक्रम सेन की रिपोर्ट
भोपाल: मध्य प्रदेश में राज्य पुलिस सेवा से प्रमोट होकर 4 महीने पहले IPS बने चार अफसरों को नौ साल पुरानी सीनियरिटी मिली है। केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि इन अफसरों को 9 साल पहले यानी 2016 बैच के IPS अफसरों के बराबर वरीयता दी जाएगी। इसका मतलब ये है कि इनकी सीनियरिटी 9 साल पहले वाले IPS अफसरों के बराबर मानी जाएगी।
बता दें कि राज्य पुलिस सेवा के चार अफसर भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुए थे। राज्य पुलिस सेवा के 1995 बैच के अधिकारी प्रकाश सिंह परिहार और 1997 बैच के दिलीप कुमार सोनी,अवधेश प्रताप सिंह और राजेंद्र कुमार वर्मा तू इस साल आईपीएस अवार्ड हुआ था जिसका नोटिफिकेशन 2024 में हुआ है। लेकिन अब इनकी सीनियरिटी 2016 की मानी जाएगी।
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*_सीनियरिटी का मतलब क्या होता है?_*
सरकारी नौकरी में जितना पुराना बैच, उतनी ज्यादा सीनियरिटी होती है। इसका फायदा प्रमोशन और पोस्टिंग में मिलता है। साथ ही वेतनमान में भी इसका फायदा मिलता है। अब ये अफसर 2016 बैच के आईपीएस माने जाएंगे, यानी 2017 या बाद के बैच वालों से ऊपर रहेंगे।
ऐसे में इस नई वरिष्ठता के तहत अब ये चारों अधिकारी मध्यप्रदेश कैडर की आईपीएस सीनियरिटी सूची में 2016 बैच के डॉ. संजय कुमार अग्रवाल के नीचे और 2017 बैच के आईपीएस अंकित सोनी के ऊपर स्थान पाएंगे। इन चारों अधिकारियों को चार महीने पहले ही IPS कैडर आवंटित किया गया है।