किस्सा-ए-IRS : Sameer Wankhede :सख्त मिजाज अफसर, पर विवादों के शिखर पर!

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किस्सा-ए-IRS : Sameer Wankhede

शाहरुख़ खान बॉलीवुड की वो हस्ती है, जिनके गिरेबान में हाथ डालने से पहले कोई भी दो बार सोचेगा जरूर! लेकिन, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede)  शायद उस मिट्टी के बने हैं, जो ऐसे मामलों में ज्यादा नहीं सोचते। उनके नाम के साथ जितनी प्रसिद्धि जुड़ी हैं, उतने ही विवाद भी!

IRS : Sameer Wankhede
IRS : Sameer Wankhede

शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार करने के बाद शुरुआती दौर में उन्हें मीडिया ने भी हाथों-हाथ लिया! लेकिन, बाद में हालात कुछ ऐसे बदले कि उन पर उंगलियां उठने लगी। कई तरह के आरोप लगने लगे, पर ये कितने सच्चे हैं इसका दावा नहीं किया जा सकता। फिलहाल लगे आरोपों को नजरअंदाज भी किया जाए, तो भी समीर वानखेड़े की निजी जिंदगी कम विवादस्पद नहीं रही।

Sameer Wankhede की जन्मस्थली और कर्मस्थली दोनों मुंबई ही है। उनका जन्म 1984 में हुआ था। उनके पिता पुलिस अधिकारी थे। समीर IRS (भारतीय राजस्व सेवा) अधिकारी है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा एक निजी स्कूल से पूरी की। शिक्षा के बाद उन्होंने सिविल सर्विस में जाने का फैसला किया। जमकर मेहनत की और 2008 में उनकी मेहनत रंग लाई। वे IAS तो नहीं बन सके, पर IRS (भारतीय राजस्व सेवा) अधिकारी जरूर बन गए।

उनकी नियुक्ति मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डिप्टी कस्टम कमिश्नर के तौर पर हुई। यहां समीर वानखेड़े ने अच्छा काम किया और कस्टम के नियमों के प्रति बहुत सख्त रहे। मुंबई एयरपोर्ट ऐसा है, जहां सेलिब्रिटी का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन, समीर वानखेड़े को इससे कभी फर्क नहीं पड़ा कि सामने कौन है! उन्होंने कई बार बड़ी-बड़ी हस्तियों का सामान बिखेर दिया।

समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के काम को देखते हुए उन्हें पहले आंध्र प्रदेश और फिर दिल्ली भेजा गया। वहाँ के बाद समीर वानखेड़े की तैनाती नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई के जोनल डायरेक्टर के तौर पर हुई। यहाँ रहते हुए समीर वानखेड़े ने नशे और ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश शुरू किया। सख्त मिजाज अफसर होने के कारण वे कई बार अपने सीनियर के गुस्से का शिकार भी हुए, पर उनके कामकाज के रवैये में अंतर नहीं आया।

मुंबई एयरपोर्ट पर उन्होंने अपने जूनियर्स को सेलेब्रिटीज के पीछे भागने या उनके साथ सेल्फी लेने से भी रोका। समीर वानखेड़े ने देखा कि फिल्मी सितारे जब विदेश से ज्यादा सामान लेकर आते हैं, तो अपने असिस्टेंट से सामान उठवाते थे। इन सितारों के नाज़-नखरों से भी वे परेशान हो गए। इसके बाद ही उन्होंने तय किया कि हर यात्री अपना सामान खुद ही उठाएगा।

उनकी निजी जिंदगी में झांका जाए तो समीर वानखेड़े ने दो शादियां की और उनके साथ जुड़े विवादों का एक बड़ा कारण भी यही है। उनकी पहली पत्नी मुस्लिम थी। बाद में उन्होंने 2017 में मराठी अभिनेत्री क्रांति रेडकर से शादी की। क्रांति मशहूर मराठी अभिनेत्री हैं। उन्होंने प्रकाश झा की फिल्म ‘गंगाजल’ में अजय देवगन के साथ भी काम किया था। वे कई टीवी सीरियल में भी काम कर चुकी हैं। क्रांति ने अंग्रेजी फिल्मों में भी काम किया है और निर्देशन में भी हाथ आजमाया। समीर और क्रांति की जुड़वां बेटियां हैं।

आर्यन खान मामले से सुर्खियों में आए समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के बारे में महाराष्ट्र के एक मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि समीर वानखेड़े हिंदू दलित नहीं, बल्कि मुस्लिम हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर आरक्षण का लाभ लिया और अनुसूचित जाति के आरक्षण कोटे का लाभ लेकर वे आईआरएस बने हैं। सबूत के तौर पर समीर वानखेड़े की पहली शादी का निकाहनामा भी सामने आया है।

ये निकाहनामा उनकी पहली पत्नी शबाना कुरैशी से हुई शादी का है। इसमें वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद वानखेड़े दर्ज है और इस पर 7 दिसंबर 2006 की तारीख है। इस निकाहनामे में गवाह के रूप में अजीज खान का नाम है, जो समीर की बड़ी बहन यास्मीन वानखेड़े के पति हैं। 2006 में ये निकाह हुआ था और 2016 में दोनों में तलाक हो गया।

उनके कथित फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के बारे में कहा जा रहा है कि समीर के पिता का असल नाम दाऊद वानखेड़े है, न कि ज्ञानदेव वानखेड़े जो उनके सर्विस रिकॉर्ड में दर्ज है। इस्लाम धर्म स्वीकार करने के बाद उन्होंने इस नाम को बदल दिया था।

एक विवाद ये भी है कि समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े वास्तव में हिंदू हैं। किंतु, उन्होंने मुस्लिम महिला जाहिदा बानो से शादी की थी, इसलिए अपना धर्म बदल लिया। समीर के पिता हिंदू से मुस्लिम हुए, समीर ने भी मुस्लिम रीति-रिवाज से पहली शादी की, पर नौकरी हिंदू बनकर की। ये पूरा मामला बेहद पेचीदा है। स्पष्टतः कहा नहीं जा सकता कि वे वास्तव में हिंदू हैं या मुस्लिम!

मुस्लिम कानून के मुताबिक, निकाह के लिए पति-पत्नी दोनों का मुस्लिम होना जरूरी है। अगर दोनों मुस्लिम नहीं होते, तो शरीयत के मुताबिक निकाह नहीं हो सकता। लेकिन, समीर वानखेड़े ने निकाह किया, इसका सीधा सा मतलब है कि उन्होंने खुद को मुस्लिम बताया होगा।

उनका निकाह मौलाना मुजम्मिल अहमद ने पढ़ाया था, उन्होंने भी यही कहा कि समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं और निकाह के वक्त भी उन्होंने खुद को मुस्लिम ही बताया था। समीर वानखेड़े पर उंगली उठाने वालों ने उनके माता-पिता के अलग धर्म और जाति को लेकर कई सवाल उठाए! मुस्लिम रीति से की गई उनकी पहली शादी भी सवालों के घेरे में हैं।

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फिलहाल वे आर्यन खान मामले को लेकर मुश्किल में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने शाहरुख के बेटे को ही क्यों निशाना बनाया, उसकी जमानत में अड़चनें क्यों डाली, क्या आर्यन को पकड़ने के पीछे उनका कोई और मंतव्य था और उनके मुस्लिम होने जैसे ऐसे कई सवालों ने उन्हें घेर लिया है।

खास बात ये कि उनके खिलाफ ये सारे मसले शिकायत बन गए। उनके खिलाफ जांच भी शुरू होने की जानकारी है। मामला अदालत तक पहुंच गया। ऐसी स्थिति में कहा नहीं जा सकता कि उनका आने वाला कल क्या होगा! तय है कि आखिर इतने विवाद हैं तो धूल तो उड़ेगी ही! पर, जब धूल नीचे बैठेगी तो तस्वीर साफ होगी और समीर वानखेड़े की सच्चाई सामने आएगी।

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सुरेश तिवारी

MEDIAWALA न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक सुरेश तिवारी मीडिया के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम है। वे मध्यप्रदेश् शासन के पूर्व जनसंपर्क संचालक और मध्यप्रदेश माध्यम के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहने के साथ ही एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी और प्रखर मीडिया पर्सन हैं। जनसंपर्क विभाग के कार्यकाल के दौरान श्री तिवारी ने जहां समकालीन पत्रकारों से प्रगाढ़ आत्मीय रिश्ते बनाकर सकारात्मक पत्रकारिता के क्षेत्र में महती भूमिका निभाई, वहीं नए पत्रकारों को तैयार कर उन्हें तराशने का काम भी किया। mediawala.in वैसे तो प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खबरों को तेज गति से प्रस्तुत करती है लेकिन मुख्य फोकस पॉलिटिक्स और ब्यूरोक्रेसी की खबरों पर होता है। मीडियावाला पोर्टल पिछले सालों में सोशल मीडिया के क्षेत्र में न सिर्फ मध्यप्रदेश वरन देश में अपनी विशेष पहचान बनाने में कामयाब रहा है।