Bhopal : MP के IAS नियाज खान का नया नॉवेल ‘Be READY to DIE’ इस्लामिक स्टेट ISIS द्वारा हिंदुओं की चौदह परंपराओं का पालन करने वाले अल्पसंख्यक यजीदियों के नरसंहार और शोषण पर केंद्रित है। नियाज खान लोक निर्माण विभाग में उप सचिव हैं। उनका दावा है कि वे पूर्णत: शाकाहारी हैं और सभी धर्मों के प्रति आस्था रखते हैं। नियाज खान अब तक 6 उपन्यास लिख चुके हैं। आजकल वे धार्मिक किताब कुरान पर शोध शुरू कर दिया है।
लव डिमांड ब्लड, अनटोल्ड सीक्रेट्स ऑफ़ माई आश्रम और ‘तलाक, तलाक, तलाक’ जैसे नॉवेल और किताबों के कारण सुखियों में रहने वाले IAS नियाज खान का एक और नॉवेल इस समय चर्चा में (Another novel of Niaz Khan is currently in discussion) है। उनके इस नॉवेल की लांचिग पचमढ़ी के चौरागढ़ मंदिर के बाबा गरीबदास और अंबेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति दिनेश कुमार शर्मा ने की।
इसमें उन्होंने 2014 में ISIS द्वारा इस्लामिक देशों में रह रहे अल्पसंख्यक यजीदी (Minority Yazidis living in Islamic countries) महिलाओं के दैहिक शोषण और दस हजार से अधिक यजीदियों के नरसंहार का खुलासा किया है। ईराक, तुर्की, जॉर्जिया में बच गए ये 5 लाख अल्पसंख्यक यजीदी मूर्ति पूजा भी करते है (5 lakh minority Yazidis also worship idols) इनकी चौदह परंपराएं हिंदुओं के समान है। इस कारण ये यजीदी ISIS के निशाने पर है। वर्ष 2014 में एक साथ हजारों यजीदियों को एक साथ खड़े कर उनका संहार कर दिया गया।
Research on QURAN to improve image of Islam
मध्य प्रदेश के युवा IAS नियाज खान ने दुनिया में इस्लाम की छवि सुधारने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए उन्होंने धार्मिक पुस्तक कुरान पर शोध शुरू (Start research on quran) कर दिया। इसके अलावा वे मोहम्मद साहब के जीवन पर लिखी किताबों का भी गहन अध्ययन कर अपनी रिसर्च बुक यूरोप से प्रकाशित कराना चाहते हैं।
नियाज खान ने ट्वीट करके यह जानकारी भी दी। दुनिया में सभी धर्म प्रेम और भाईचारा का संदेश देते हैं। इस्लाम धर्म के कट्टरपंथियों ने महान धर्म की झूठी छवि पेश कर धर्म को खराब (बदनाम) किया है। नियाज खान अभी तक 6 से ज्यादा उपन्यास लिख चुके हैं। उनके एक उपन्यास पर वेब सीरीज ‘आश्रम’ बन रही है, लेकिन इसका क्रेडिट न मिलने पर नियाज खान ने आश्रम के निर्माता निर्देशक और कलाकार के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण भी दर्ज किया है।